Modi Cabinet Brief Analysis: देश में इतिहास दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पूरे मंत्रिमंडल ने लगातार तीसरी बार पद और गोपनीयता की शपथ ली. पीएम मोदी के अलावा 71 मंत्रियों की काउंसिल में 30 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री बनाए गए हैं. सोमवार शाम को सभी मंत्रियों के मंत्रालय भी तय कर दिए गए हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऊंची शिक्षा और प्रोफेशनल्स को मोदी कैबिनेट में तवज्जो


शिक्षा और प्रोफेशन की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट के 30 में से छह मंत्री वकील हैं और उनसे आधे यानी तीन मंत्रियों के पास एबीए की डिग्री हैं. कैबिनेट के छह मंत्री नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, सर्बानंद सोनोवाल, भूपेंद्र यादव और किरण रिजिजू लॉ की डिग्री हासिल कर चुके हैं. कैबिनेट के 10 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़े-लिखे हैं. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं. 


इन दोनों के अलावा शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, धर्मेंद्र प्रधान, डॉ. वीरेंद्र कुमार, मनसुख मांडविया, हरदीप सिंह पुरी, अन्नपूर्णा देवी और गजेंद्र सिंह शेखावत के पास भी मास्टर्स की डिग्री हैं. वहीं, ग्रेजुएशन तक पढ़े-लिखे कैबिनेट मंत्रियों में मनोहर लाल खट्टर, एच डी कुमारस्वामी, जीतनराम मांझी, राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, प्रह्लाद जोशी और गिरिराज सिंह के नाम शामिल हैं.


पीएम मोदी ने इस मामले में की पंडित नेहरू की बराबरी


देश में पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद पीएम मोदी ने रिकॉर्ड बनाते हुए लगातार तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. उनके कैबिनेट में 33 सहयोगी पहली बार मंत्री बने हैं. कैबिनेट में शामिल नए चेहरों में सुरेश गोपी केरल से चुने गए बीजेपी के इकलौते और पहले लोकसभा सांसद हैं. इस बार मोदी कैबिनेट में सात महिला सांसदों को शामिल किया गया है. 


एक दिलचस्प तथ्य यह भी है कि पीएम मोदी के कैबिनेट में उनके अलावा छह मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री हैं. इनमें राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, एचडी कुमारस्वामी, सर्बानंद सोनोवाल और जीतनराम मांझी का नाम शामिल हैं.


ये भी पढ़ें - Modi Cabinet 3.0 Portfolio Allocation: गडकरी को परिवहन, मेघवाल बने कानून मंत्री... जानिए मोदी 3.0 में किसे मिला कौन सा महकमा?


आठ ब्राह्मण, तीन राजपूत और सात जातीय वर्गों से दो-दो मंत्री


मोदी सरकार 3.0 में मंत्रिमंडल के जरिए बीजेपी और एनडीए ने जातीय गणित के साथ ही आगामी विधानसभा चुनावों के समीकरण को भी साधा है. बीजेपी का कोर जनाधार कहे जाने वाले सामान्य वर्ग से कैबिनेट में 28 मंत्री बनाए गए हैं. जातीय समीकरणों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद में आठ ब्राह्मणों और तीन राजपूत सांसदों को मंत्री बनाया गया है. भूमिहार, यादव, जाट, कुर्मी, मराठा, वोक्कालिगा वर्ग से मोदी सरकार में दो-दो मंत्री हैं.


सिख समुदाय से आने वाले दो मंत्रियों में एक जाट और एक पंजाबी खत्री शामिल हैं. कर्नाटक के प्रभावशाली लिंगायत समाज के साथ ही निषाद, लोध जाति और महादलित वर्ग से भी एक-एक सांसद को मंत्री बनाया गया है. पश्चिम बंगाल के प्रभावशाली मतुआ समाज के साथ अहीर, गुर्जर, खटिक, बनिया वर्ग से भी एक-एक नेता मंत्रिमंडल में  शामिल किए गए हैं.


ये भी पढ़ें - Suresh Gopi: सुरेश गोपी मोदी मंत्रिपरिषद से देंगे इस्तीफा? वायरल खबरों की केरल अभिनेता ने खोल दी पोल, दिया ये जवाब