Zee News Matrize Opinion Polls: लोकसभा चुनावों को लेकर सबसे बड़ा ओपिनियन पोल सामने आया है. वैसे तो चुनाव की तारीखों का ऐलान शनिवार को हो सकता है. लेकिन इससे पहले ही ZEE NEWS के लिए MATRIZE ने ओपिनियन पोल किया है. ये ओपिनयन पोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीनगर दौरे और पूरे देश में CAA लागू होने के ठीक बाद किया गया. ये ओपिनियन पोल 27 फ़रवरी से 13 मार्च के बीच किया गया. इसमें पीएम मोदी की लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण क्या है, जनता ने इसका भी जवाब दिया है.


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असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का कारण क्या है. इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कोई कल्याणकारी योजनाओं की वजह से पीएम को लोकप्रिय बता रहा है तो कोई राम मंदिर निर्माण की वजह से पीएम को लोकप्रिय बता रहा है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने बेदाग छवि देने की वजह से मोदी सबसे ज्यादा लोकप्रिय बताया है.


PM की लोकप्रियता का कारण क्या है?
- 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कल्याणकारी योजनाओं की वजह से PM मोदी लोक​प्रिय हैं 
- 18 प्रतिशत लोगों को राम मंदिर का निर्माण उनकी लोकप्रियता की वजह लगता है
- 12 प्रतिशत लोगों के मुताबिक राष्ट्रवाद का मुद्दा PM मोदी की लोकप्रियता का कारण है
- 22 प्रतिशत लोग मानते हैं कि बेदाग छवि देने की वजह से मोदी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं 
- वहीं 7 प्रतिशत लोगों ने कहा कुछ अन्य वजहें प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का कारण हैं.


इस ओपिनियन पोल में लोकसभा की 543 सीटों पर एक लाख 13 हज़ार आठ सौ तैंतालिस लोगों की राय ली गई है. जिसमें 61 हज़ार चार सौ 75 पुरुष और 37 हज़ार 5 सौ 68 महिलाएं शामिल हैं.


इसके अलावा ZEE NEWS & MATRIZE के सर्वे में जनता से पूछा गया कि
अगर आज चुनाव हुए तो सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
- 56 प्रतिशत लोग मानते हैं PM उम्मीदवार उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा है
- 17 फीसदी लोग केंद्र की योजनाओं को चुनाव का बड़ा मुद्दा मानते हैं
- 4 प्रतिशत जनता के लिए महंगाई एक बड़ा फैक्टर है
- 8 फीसदी लोग बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा मानते हैं
- 7 परसेंट लोग अपने सांसद के काम और 8 प्रतिशत लोग अन्य कारणों को चुनाव का बड़ा मुद्दा मानते हैं.


बताते चलें कि इस ओपिनियन पोल में 14 हज़ार 7 सौ 99 फ़र्स्ट टाइम वोटर्स की राय भी शामिल की गई है. ओपिनियन पोल के नतीजों में मार्जिन ऑफ़ एरर प्लस माइनस 2 प्रतिशत है.  ये चुनाव के नतीजे नहीं हैं सिर्फ ओपिनियन पोल है. इस ओपिनियन पोल को किसी भी प्रकार से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश ना समझा जाए.