Siddhartha Shankar Ray Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार अपनी दादी इंदिरा गांधी की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं. रायबरेली जाकर उन्होंने दादी की चर्चा की तो बचपन की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर होने लगी. इस तस्वीर में राहुल गांधी बीच वाली कुर्सी पर बैठे दिखाई देते हैं. एक तरफ इंदिरा गांधी बैठी दिखाई देती हैं. हालांकि लोग यह पूछने लगे कि दूसरा शख्स कौन है, जो दुलार से राहुल को नमस्ते करने की मुद्रा में दिखाई देते हैं. आइए इस तस्वीर के पीछे की कहानी जानते हैं. 


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रायबरेली जाने से पहले कहां गए थे राहुल?


रायबरेली में अपनी पहली रैली को जाते समय राहुल अपनी दादी की शहादत स्थली, इंदिरा गांधी स्मारक गए थे और उन्हें नमन किया. उस जगह गेट पर तारीख भी लिखी है, जहां उनकी हत्या कर दी गई थी. 31 अक्टूबर 1984. राहुल ने पुष्प अर्पित किए थे और प्रणाम किया. राहुल ने लिखा, 'उनकी उंगली थाम कर ही ज़िंदगी के पहले कदम लिए थे और आज हर कदम पर उनका जीवन और उनके आदर्श मार्गदर्शक बन कर मेरे साथ हैं.' 


अब बात तस्वीर की


दरअसल, यह तस्वीर 1970 के दशक की है. एक तरफ इंदिरा गांधी हैं और दूसरी तरफ राहुल गांधी से स्नेह जताते पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर रे बैठे हैं. यह वही रे हैं जिनके बारे में इंदिरा के सहायक रहे आरके धवन ने बाद में बड़ा दावा किया था. धवन की मानें तो बंगाल के तत्कालीन सीएम रे ही इमरजेंसी के 'शिल्पकार' थे. उन्होंने इंदिरा गांधी पर देश के हालात पर काबू पाने के लिए कठोर कदम उठाने का दबाव डाला था. 



बताते हैं कि सबसे पहले इमर्जेंसी की सलाह देने वालों में रे शामिल थे. उन्होंने इंदिरा को लिखे पत्र में कहा था कि तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद को इमर्जेंसी लागू करने के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने में कोई आपत्ति नहीं है. 


जब राहुल गांधी रायबरेली से पहली बार चुनाव लड़ने गए तो कांग्रेस पार्टी ने कई पुरानी तस्वीरें साझा की है. इनमें राहुल अपनी दादी के साथ दिखते हैं. 



अमेठी की जगह, रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर राहुल ने कहा है कि मेरी दोनों माताओं की ये कर्मभूमि है और इसीलिए मैं यहां रायबरेली से चुनाव लड़ने आया हूं.