Maria Alam Khan Vote Jihad: चुनाव में जीत के लिए कुछ भी करेगा. ऐसा लगता है कि कई राजनेताओं ने इस वाक्य को अपनी जीत का मंत्र बना लिया है. यूपी के फर्रुखाबाद जिले में सपा  की महिला नेता मारिया आलम खान ने मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रचार करते बीजेपी के खिलाफ वोट जिहाद करने की अपील की. पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा करते हुए मारिया ने कहा कि मौजूदा हालात में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए 'वोट जिहाद' करना बेहद जरूरी हो गया है. इसके लिए वो चुप्पी और समझदारी के साथ अपने वोटों का इस्तेमाल करें. भाषण का वीडियो सामने आने के बाद मारिया आलम खान के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज की है. 


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'देश में इंसानियत' पर हमला हो रहा'


मारिया आलम खान सलमान खुर्शीद की भतीजी हैं. हालांकि खुर्शीद कांग्रेस पार्टी में और वे सपा में हैं. इस बार यूपी में सपा और कांग्रेस का गठबंधन है. फर्रुखाबाद सीट से सलमान खुर्शीद चुनाव लड़ते रहे हैं. हालांकि गठबंधन के तहत इस बार यह सीट सपा के हिस्से में चली गई है. इसलिए खुर्शीद मजबूरी में चुप हैं. सपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जनसभा में बोलते हुए मारिया आलम खान ने ने कहा, 'लोग कहते हैं कि मुल्क में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है. लेकिन मैं कहती हूं कि इंसानियत खतरे में है. मौजूदा माहौल में देश में इंसानियत' पर हमला हो रहा है.' 


बहुत समझदारी के साथ वोट जिहाद करें- मारिया आलम खान


सपा नेता ने आगे कहा, 'अगर आप देश, इसकी सुंदरता और 'गंगा-जमुनी' संस्कृति को बचाना चाहते हैं, तो बिना किसी के प्रभाव में आए बहुत समझदारी से वोट करें. बिना कोई शोर किए, बुद्धि का इस्तेमाल करके और भावुक हुए बिना एक साथ वोट जिहाद करें. देश से इस संघी सरकार को हटाने के लिए अब केवल वोट जिहाद ही एकमात्र रास्ता रह गया है.' 


भतीजी के बयान पर गोल-मोल कर गए सलमान खुर्शीद


इस जनसभा में सलमान खुर्शीद भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. जब उनसे 'जिहाद' शब्द के बारे में पूछा गया कि इसका मजहब से कोई लेना-देना नहीं बल्कि यह प्रतिकूल परिस्थितियों के खिलाफ एक प्रतीकात्मक संघर्ष की स्थिति का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि जिहाद का मतलब किसी स्थिति के खिलाफ लड़ना है. मारिया आलम के 'वोट जिहाद' बयान पर गोल-मोल जवाब देते हुए खुर्शीद ने कहा कि उनका इरादा संविधान की रक्षा के लिए वोट जिहाद करना रहा होगा.


सलमान खुर्शीद और मारिया आलम खान पर केस दर्ज


मारिया आलम खान की यह विवादित टिप्पणी जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिस पर लोगों में तीखी प्रतिक्रिया हुई. इस बयान पर आपत्ति जताते हुए लोगों ने यूपी पुलिस से मारिया आलम के खिलाफ कार्रवाई की अपील की. इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मारिया आलम खान के खिलाफ फतेहगढ़ जिले के कायमगंज पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 188 और 295 ए के तहत केस दर्ज कर लिया गया. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि नेताओं ने भाजपा सरकार को हटाने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय से 'वोट जिहाद' की अपील की.


मुस्लिम मुद्दों पर रहती हैं एक्टिव


मारिया आलम खान सोशल एक्टिविस्ट हैं. वे दिल्ली के जामिया नगर इलाके में रहती हैं और मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर एक्टिव रहती हैं. उनकी पढ़ाई लिखाई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से हुई है. जेल में बंद कैदियों को स्किल ट्रेनिंग दिलवाने के लिए भी उन्होंने काम किया है. वे अक्सर सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलनों में सक्रिय रही हैं. उनके शौहर सरोश उमर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में प्रोफेसर हैं.