पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने  राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी के नाम के पत्ते खोल दिए हैं. इसी लिस्ट में एक नया नाम यूसुफ पठान का है. बहरामपुर सीट से यूसुफ पठान को उम्मीदवार बनाया गया है. जैसे ही युसूफ पठान को टीएमसी ने बहरामपुर सीट से उम्मीदवार बनाया उनका विरोध होने लगा. विरोध किसी और ने नहीं बल्‍कि टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर ने ही जताया है. उनका कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने टीएमसी के जिला नेतृत्व से बिना बातचीत के ही यूसुफ पठान के नाम का ऐलान कर दिया है. 


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चुनाव की तारीखों की घोषणा होने दीजिए


पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह तेज हो गई है.  मुर्शिदाबाद जिले के भरतपुर विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर इस मामले में सबसे अधिक यूसुफ का विरोध कर रहे हैं.  कबीर का कहना है कि जिले स्तर पर हम सभी से बिना बात किए पार्टी ने टिकट फाइनल कर दिया है. उनका कहना है कि ''जिला नेतृत्व को बहरामपुर से पठान को चुनावी मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले के बारे में पहले से बताया जा सकता था. लेकिन किसी ने राय तक नहीं ली. मै इस फैसल को स्वीकार नहीं करता हूं. 


कबीर ने आगे बताया कि चुनाव की डेट आने दीजिए, हम क्या करने वाले हैं सभी को पता चल जाएगा. हमारा वोट यूसुफ को नहीं जाएगा. हालांकि, हुमायूं कबीर ने किसी भी प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल में शामिल होने की संभावना से इनकार किया है. 


टीएमसी का पहले भी कर चुके हैं विरोध 
यह पहली बार नहीं है कि जब कबीर ने ऐसे मुद्दों पर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई है. सितंबर 2023 में कबीर ने पार्टी नेतृत्व पर राज्य में पंचायत चुनावों में पैसे देकर उम्मीदवारों को टिकट सुनिश्चित करने में शामिल होने का आरोप लगाया था.


युसूफ पठान टिकट पाकर हैं खुश
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में पश्‍च‍िम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट से रव‍िवार (10 मार्च) को प्रत्याशी घोष‍ित होने के बाद पूर्व भारतीय क्र‍िकेटर युसूफ पठान बहुत खुश हैं. पठान ने चुनाव मैदान में उतारने के ल‍िए टीएमसी प्रमुख और बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के प्रत‍ि के आभार व्‍यक्‍त किया है. 


युसूफ पठान ने सोशल मीड‍िया प्‍लेटफार्म 'एक्‍स' पर कहा कि तृणमूल कांग्रेस पर‍िवार मेरे शामिल होने का स्‍वागत करने और मुझे संसद में लोगों की आवाज बनाने की ज‍िम्‍मेदारी देने के ल‍िए भरोसा जताने पर आभारी हूं. उन्‍होंने कहा क‍ि लोगों के प्रत‍िन‍िध‍ियों के रूप में गरीबों और वंच‍ितों के उत्‍थान के ल‍िए काम करना हमारा कर्तव्‍य और दाय‍ित्‍व है. मुझे यकीन है कि हम इसे हासिल कर लेंगे.  


आसान नहीं यूसुफ के लिए यह सीट, कांग्रेस का है दबदबा
जिस सीट पर टीएमसी ने यूसुफ पर दांव लगाया है, उनकी राह आसान नहीं है. इस सीट पर 1999 से कांग्रेस का कब्‍जा है. पश्‍च‍िम बंगाल कांग्रेस के अध्‍यक्ष और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी की यह सीट परंपरागत मानी जाती है. वह लगातार 5 बार यहां से लोकसभा चुनाव जीते हैं. वहीं, इस सीट पर मुस्‍लिम मतदाताओं की संख्‍या भी 2011 की जनगणना के अनुसार तकरीबन 52 फीसदी हैं. लेकिन ममता बनर्जी ने इस सीट पर युसूफ पठान को उतारकर कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने का बड़ा प्रयास क‍िया है. यह कितना सफल ‌होगा यह तो समय बताएगा, लेकिन अभी जिले स्तर पर यूसुफ का विरोध जारी है. राजनैतिक पिच पर यूसुफ पठान क्रिकेट के मैदान की तरह छक्का मार पाएंगे यह देखना दिलचस्प होगा. अभी तो लोग उन्हें 'आउट' करने की अपील कर रहे है.