Exit Poll 2024: एग्जिट पोल के क्षेत्र में ज़ी न्यूज क्रांति लाने के लिए तैयार है. इस लोकसभा चुनाव में ज़ी न्यूज एआई-पावर्ड सेंटीमेंट एनालिसिस एग्जिट पोल अपने दर्शकों तक पहुंचाएगा. AI की दुनिया में ज़ी न्यूज की एआई एंकर ज़ीनिया 2 जून को शाम 5 बजे से दर्शकों को एआई एग्जिट पोल डेटा दर्शकों तक पहुंचाएगी.


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सालों से देश की तमाम सर्वे एजेंसियां और न्यूज चैनल कुछ हजार या कुछ लाख लोगों की राय के आधार एग्जिट पोल के आंकड़े पेश करते रहे हैं. लेकिन इस एआई एग्जिट पोल की विश्वसनीयता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए ज़ी न्यूज और आईसीपीएल की टीम ने 542 लोकसभा सीटों से 10 करोड़ से अधिक व्यक्तियों का सैंपल साइज लिया है.


प्रतिष्ठित अमेरिकी डेटा एनालिटिक्स पावरहाउस की सहायक कंपनी इंडिया कंसोलिडेटेड प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से ज़ी न्यूज ने एग्जिट पोल की सटीकता और विश्वसनीयता में एक नया मानक स्थापित किया है. एआई के क्षेत्र में ज़ी न्यूज की यह पहल एग्जिट पोल के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाता है. ज़ी न्यूज एआई-पावर्ड सेंटीमेंट एनालिसिस एग्जिट पोल के माध्यम से चुनाव परिणामों का विश्लेषण और भविष्यवाणी करने के तरीके को एक नए सिरे से परिभाषित करने का वादा करता है.


सटीक और विश्वसनीय होगा ज़ी न्यूज का एग्जिट पोल


इससे पहले जो भी एग्जिट पोल या सर्वे हुए हैं वो लोगों की राय के आधार पर ही तैयार किए गए हैं. लोगों का झुकाव किसी न किसी तरफ हो सकता है जिसका सीधा असर एग्जिट पोल के नतीजों पर पड़ता है. लेकिन पहली बार ज़ी न्यूज ने एआई की मदद से मतदाताओं की राय जुटाई है. इसमें पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं है. ऐसे में हम कह सकते हैं कि Zee News का AI Exit Poll पूरी तरह निष्पक्ष, विश्वसनीय और सटीक है.


इस एग्जिट पोल में ज़ी न्यूज ने एडवांस एल्गोरिदम का इस्तेमाल किया है जो अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं में मतदाताओं की भावनाओं को समझने में सक्षम है. यही कारण है कि ज़ी न्यूज एग्जिट पोल की सटीकता और विश्वसनीयता का वादा करता है.


ज़ी न्यूज का लक्ष्य है कि मीडिया उद्योग में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए सावधानीपूर्वक डेटा संग्रह और विश्लेषण के माध्यम से अपने दर्शकों तक सटीक और विश्वसनीय समाचार देने की प्रतिष्ठा को मजबूत किया जा सके.