Demand for re-election in Maharashtra: महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान हुए थे, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद दोबारा चुनाव कराने की मांग उठी है. जबकि महाराष्ट्र चुनाव का परिणाम अब कुछ ही घंटे में आने वाले हैं. तो आखिर ऐसा क्या हुआ जो इस तरह की मांग उठी है.


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किसने दोबारा चुनाव कराने की रखी मांग?
चुनावी राज्य महाराष्ट्र में मतदान समाप्त होने के बाद परली विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के प्रत्याशी राजेसाहेब देशमुख ने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है.उन्होंने 122 अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथों पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) प्रत्याशी राजेसाहेब देशमुख ने कहा कि हाई कोर्ट ने 122 पोलिंग बूथों को अतिसंवेदनशील बताया था, उन पोलिंग बूथों में बहुत बोगस वोटिंग हुई है. हम धरमपुर में गए, वहां पर सीसीटीवी फुटेज को कनेक्शन नहीं था, बिजली नहीं थी और महिलाओं को वोटिंग करने नहीं दिया गया.


122 अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथ पर दोबारा चुनाव कराने की मांग
उन्होंने कहा कि कई जगह अराजकता हुई, लोगों को डरा-धमका कर वोटिंग को प्रभावित करने की कोशिश की गई. जो 122 अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथ थे, वहां पर सीसीटीवी की व्यवस्था करनी चाहिए थी और सीआरपीएफ के जवानों को बुलाना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसलिए हमने 122 केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने की मांग की है.


23 नवंबर को महाराष्ट्र का आएगा चुनाव परिणाम
आपको बता दें कि प्रदेश में किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 145 सीटों पर जीत की आवश्यकता है. चुनावी रण में एक ओर सत्तारूढ़ महायुति सरकार में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी है. वहीं. विपक्ष की महा विकास अघाड़ी की तीन महत्वपूर्ण पार्टी कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) है.
मतदान संपन्न होने के बाद तमाम एग्जिट पोल के अनुमानों में महायुति को आवश्यक बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए दिखाया जा रहा है. हालांकि 23 नवंबर को चुनावी नतीजे आएंगे और तभी स्पष्ट हो पाएगा की प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनेगी. इनपुट आईएएनएस से भी