`ऐसा होता तो जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान में चला जाता..` चुनाव के बीच क्या बोल गईं महबूबा मुफ्ती
Mehbooba Mufti: महबूबा ने कहा कि जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था, तब अब्दुल्ला ने कश्मीर के बारे में भारत का पक्ष दुनिया भर में फैलाया, मुफ़्ती परिवार ने कश्मीर में हुर्रियत के साथ बातचीत की और युवाओं को हिंसा से दूर रखा.
Jammu-Kashmir Chunav: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पहले चरण का मतदान हो चुका है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच पीडीपी चीफ महबूबा मुफ़्ती ने पीएम के उस बयान का जवाब दिया है जिसमें पीएम ने तीन परिवारों पर निशाना साधा है. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर को बर्बाद नहीं किया है. अगर शेख अब्दुल्ला 1948 में भारत के साथ नहीं होते तो यह राज्य पाकिस्तान में चला जाता या स्वतंत्र रहता.
'तो कश्मीर आज पाकिस्तान का हिस्सा होता'
असल में श्रीनगर के पुराने शहर नवाकदल में एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर अब्दुल्ला परिवार और मुफ़्ती ने पाकिस्तान के एजेंडे का पालन किया होता, तो कश्मीर आज पाकिस्तान का हिस्सा होता. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीएम मोदी और भारत को कश्मीर के अब्दुल्ला परिवार का आभारी होना चाहिए. अगर शेख अब्दुल्ला मुस्लिम बहुल होने के बावजूद भारत में प्रवेश नहीं करते, तो हम आज या तो स्वतंत्र होते या पाकिस्तान का हिस्सा होते.
केवल तीन परिवारों को निशाना
उन्होंने कहा कि जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था, तब अब्दुल्ला ने कश्मीर के बारे में भारत का पक्ष दुनिया भर में फैलाया, मुफ़्ती परिवार ने कश्मीर में हुर्रियत के साथ बातचीत की और युवाओं को हिंसा से दूर रखा. मुफ़्ती ने कहा कि भाजपा के पास मौजूदा विधानसभा चुनावों के दौरान कहने के लिए कुछ नहीं है और वह जनता का समर्थन हासिल करने के लिए केवल तीन परिवारों को निशाना बना रही है.
क्या बोले थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को कश्मीर में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते हुए कहा कि तीन परिवार अब्दुल्ला, मुफ़्ती और गांधी परिवार ने लोकतंत्र और कश्मीरियत को बर्बाद कर दिया है. उन्होंने कहा कि इन तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों में भय और अनिश्चितता पैदा की है.