UP By Election EXIT POLL: यूपी उपचुनाव के AI एग्जिट पोल ने चौंकाया, चला योगी मैजिक; सपा से ज्यादा सीटें जीत सकती है BJP
UP by-election 2024: उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में लोगों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह रहा कि उनके लिए सबसे अहम मुद्दा क्या है. ज़ी न्यूज़ और इंडिया कंसॉलिडेटेड के AI एग्जिट पोल के अनुसार, 40% वोटरों ने रोजगार को सबसे अहम मुद्दा बताया.
Zee News AI exit poll 2024: उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में लोगों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह रहा कि उनके लिए सबसे अहम मुद्दा क्या है. ज़ी न्यूज़ और इंडिया कंसॉलिडेटेड के AI एग्जिट पोल के अनुसार, 40% वोटरों ने रोजगार को सबसे अहम मुद्दा बताया. वहीं, 30% ने महंगाई और 20% ने कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता दी. हालांकि, 10% लोगों ने जाति के आधार पर वोट किया.
क्या बुलडोजर था सबसे अहम मुद्दा?
AI एग्जिट पोल के नतीजों में यह भी सामने आया कि बुलडोजर जस्टिस पर जनता की राय बंटी हुई है. 45% लोगों ने माना कि बुलडोजर इस उपचुनाव का बड़ा मुद्दा था, जबकि 35% ने इसे नकार दिया. 20% वोटरों ने इस पर कोई राय नहीं दी. हालांकि, बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और राजनीतिक चर्चाओं ने प्रचार अभियान में इसे केंद्र में बनाए रखा.
जनादेश की ओर बढ़ते कदम
यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के मतदान पूरे हो चुके हैं. अब 23 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे. लेकिन ज़ी न्यूज़ ने जनता के साइलेंट सेंटिमेंट्स को AI तकनीक से पढ़ने की कोशिश की है. यह एग्जिट पोल चुनावी नतीजों की तस्वीर को पहले ही काफी हद तक साफ कर देता है.
AI एग्जिट पोल: सबसे सटीक और आधुनिक तकनीक
AI एग्जिट पोल को तैयार करने के लिए लाखों लोगों के सोशल मीडिया सेंटिमेंट्स का विश्लेषण किया गया. यह साइलेंट वोटर की राय को समझने का अनोखा और सटीक तरीका है. ज़ी न्यूज़ और इंडिया कंसॉलिडेटेड के इस पोल का सैंपल साइज लगभग 15 लाख है, जो इसे अन्य एग्जिट पोल से अलग और खास बनाता है.
AI एंकर ज़ीनिया ने कैसे किया विश्लेषण?
ज़ी न्यूज़ की AI एंकर ज़ीनिया ने बताया कि यह एग्जिट पोल सोशल मीडिया पर आधारित है. 15 लाख सेंटिमेंट्स को शामिल करते हुए, उन्होंने यूपी की 9 सीटों पर 1 लाख से ज्यादा सोशल मीडिया सेंटिमेंट्स का विश्लेषण किया. महाराष्ट्र और झारखंड से भी बड़ी संख्या में डेटा एकत्रित किया गया.
बड़ा सैंपल साइज: AI की ताकत
इस एग्जिट पोल का सैंपल साइज अन्य किसी भी पोल से बड़ा है. महाराष्ट्र से 10 लाख, झारखंड से 3-4 लाख, और यूपी की 9 सीटों पर 1 लाख सेंटिमेंट्स का विश्लेषण किया गया. यह दिखाता है कि AI तकनीक से चुनावी विश्लेषण को कैसे नए स्तर पर ले जाया जा सकता है.
सोशल मीडिया का प्रभाव
सोशल मीडिया ने इस बार साइलेंट वोटर की राय समझने में बड़ी भूमिका निभाई. AI ने सैकड़ों नहीं, बल्कि लाखों लोगों की भावनाओं को मापा और यह दर्शाया कि किस मुद्दे ने जनता को सबसे ज्यादा प्रभावित किया.
क्या कहती है तस्वीर?
AI एग्जिट पोल के अनुसार, रोजगार और महंगाई ने इस चुनाव में बड़ा प्रभाव डाला, जबकि बुलडोजर जस्टिस भी चर्चा में रहा. 23 नवंबर को नतीजे बताएंगे कि जनता का मूड किस ओर झुका, लेकिन AI पोल ने अभी से यह संकेत दे दिए हैं कि उपचुनावों में साइलेंट सेंटिमेंट्स कितने महत्वपूर्ण हो सकते हैं. इस बार के उपचुनावों ने दिखाया कि मुद्दों के मामले में जनता जागरूक है. रोजगार, महंगाई, और कानून-व्यवस्था जैसे विषयों ने चुनाव को नया आयाम दिया है. AI एग्जिट पोल ने साइलेंट वोटर की भावनाओं को एक नया प्लेटफॉर्म दिया है.