सत्ताइस के सत्ताधीश की रेस, CM योगी ने फूंका बिगुल, क्या है 80+20 फॉर्मूला, जिस पर पकेगी जीत की रोटी?
Yogi 80+20 model: योगी आदित्यनाथ ने 2027 में जीत सुनिश्चित करने के लिए हर वर्ग को साधने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि `कोई कारण नहीं है कि अगर हम प्रयास करेंगे तो 2027 में फिर से प्रदेश में कमल खिलेगा.
Yogi Adityanath Strategy: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2027 विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति का खाका तैयार कर लिया है. यूपी उपचुनाव में जीत के बाद अब सीएम योगी ने मिशन 2027 के तहत तीन प्रमुख मॉडलों पर काम शुरू कर दिया है.
1. 80+20 मॉडल: अल्पसंख्यकों तक पहुंच
योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले मॉडल में 80+20 का फॉर्मूला अपनाया है. इसका उद्देश्य हिंदू और मुस्लिम वोटरों को एक साथ लाना है. अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में बीजेपी के मंत्री और विधायक संपर्क अभियान चलाएंगे और सरकार की नीतियों का लाभ अल्पसंख्यकों तक पहुंचाएंगे.
2. बटेंगे तो कटेंगे का प्रचार
दूसरा मॉडल है, "बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे." उपचुनाव में यह नारा काफी सफल साबित हुआ. योगी ने अपने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे जनता के बीच जाकर इन नारों के माध्यम से बीजेपी के एजेंडे को प्रचारित करें.
3. पिछड़ा-दलित वोट बैंक का पुनर्गठन
लोकसभा चुनाव में पिछड़े और दलित वोट बैंक में आई कमी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने तीसरा मॉडल अपनाया है. इसमें मंत्री और विधायक गांव-गांव जाकर चौपाल लगाएंगे और पिछड़े-दलित समाज के साथ संवाद स्थापित करेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2027 में जीत सुनिश्चित करने के लिए हर वर्ग को साधने का निर्देश अपने संगठन को दिया है. उन्होंने कहा है कि "कोई कारण नहीं है कि अगर हम प्रयास करेंगे तो 2027 में फिर से प्रदेश में कमल खिलेगा.
लखनऊ से प्रीति श्रीवास्तव, ज़ी न्यूज़