The Kerala Story: महिलाओं की तस्करी का यह सच छुपा कर रखा गया था सबसे, फिल्म बैन होने का था डर मगर...
Controversial Film: इन दिनों फिल्मों का थियेटर में चल पाना आसान नहीं रह गया है. ऐसे में कंट्रावर्सी एक ऐसा रास्ता है, जो फिल्म को सफलता की दिशा में आगे बढ़ाता है. पांच मई को को रिलीज होने जा रही द केरल स्टोरी को ऐसी ही फिल्म माना जा रहा है, जिसे कई लोग टीजर देखने के बाद बैन करने की मांग कर चुके हैं.
Bollywood Controversy: साल 2011 से बतौर निर्माता लगातार एक्शन फिल्में बना रहे विपुल अमृतलाल शाह ने अब अपनी दिशा बदली है. इस बार वह एक्शन से अलग तरह का खुलासा करने जा रहे हैं. इनकी अगल फिल्म द केरल स्टोरी की इन दिनों चर्चा है और यह 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है. निर्देशक सुदीप्तो सेन की यह फिल्म रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर चुकी है. फिल्म में दावा किया गय है कि यह केरल की उन 32,000 युवतियो की कहानी सामने लेकर आ रही है, जिन्हें जिहादी आतंकवादी संगठनों में शामिल करने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया गया था. जब वे मारी गईं तो उन्हें इस्लामी देशों (इराक, सीरिया, अफगानिस्तान) में ही दफन कर दिया गया. अदा शर्मा फिल्म में लीड रोल निभा रही हैं.
सच की जांच
फिल्म का टीजर नवंबर 2022 में रिलीज किया गया था और कई लोगों ने इसकी आलोचना की थी. कुछ लोगों ने फिल्म को बैन करने की मांग भी की थी. टीजर रिलीज होने के बाद तमिलनाडु के एक पत्रकार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को फिल्म का टीजर देखने के बाद पत्र लिखा था. इस पत्रकार ने केरल सरकार से फिल्म के निर्देशक को बुलाकर टीजर की सच्चाई की जांच करने का अनुरोध किया था. इसके बाद केरल के डीजीपी ने तिरुवनंतपुरम शहर के पुलिस आयुक्त को फिल्म द केरल स्टोरी के टीजर पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था. हालांकि विपुल शाह ने यह कहते हुए फिल्म का बचाव किया कि हम जो कुछ भी कह रहे हैं, वह बगैर सबूत के नहीं है. समय आने पर वह आरोपों का जवाब देंगे.
एक भयानक कहानी
निर्देशक का कहना है कि वह द केरल स्टोरी के माध्यम से केरल से महिलाओं की तस्करी की एक भयानक कहानी बता रहे हैं. जानकारों के मुताबिक यह फिल्म ऐसी काली सच्चाई पर प्रकाश डालती है, जिससे बहुत से लोग अनजान हैं. पांच मई को सिनेमाघरों में रिलीज के साथ यह फिल्म दर्शकों को द कश्मीर फाइल्स की तरह भी आकर्षित कर सकती है. फिल्म के टीजर में अदा शर्मा को दिखाया गया है. वह बुर्का अपने चेहरे से हटाकर बताती हैं कि उनका नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था और वह नर्स बनकर लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से इस्लामी देशों में आई थीं. परंतु अब उनका नाम फातिमा है. वह कहती हैं कि उनके जैसी हजारों लड़कियां पहले यहां नर्स बनकर आईं मगर फिर उनका ब्रेनवॉश करके उनका धर्म परिवर्तन करा दिया गया. उन्हें आतंकवादी बना दिया गया. जब वे मारी गईं, तो वहीं उन्हें दफन कर दिया गया.