Anil Kapoor Career: अनिल कपूर आज बॉलीवुड में एक बड़ा नाम है. उनके लिए यदि यह कहे कि आपकी त्वचा से आपकी उम्र का पता ही नहीं चलता तो गलत नहीं होगा. उनके आगे आज का कोई भी युवा कलाकार फेल है. यहां तक कि उनके बच्चे भी. अनिल कपूर ने बॉलीवुड में अपनी जगह खुद को मेंटेन रखकर नहीं बल्कि अपनी अदायगी से बनाई है. लेकिन एक समय था जब बाहरी प्रोड्यूसर डायरेक्टर ही नहीं उनके खुद के प्रोडक्शन की फिल्म में एक्टिंग करने के लिए उन्हें बहुत पापड़ बेलने पड़े. उनके घर के लोगों के लिए अनिल कपूर की हैसियत घर की मुर्गी दाल बराबर थी.


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मेन स्ट्रीम में एंट्री
अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर तथा भाई बोनी कपूर तक उन्हें अपने प्रोडक्शन की फिल्म में ब्रेक देने के लिए तैयार नहीं थे. उन्हें भी दूसरे प्रोड्यूसर्स की तरह अनिल पर भरोसा नहीं था, जिन्हें लगता था कि इतना दुबला पतला लड़का हीरो बनने के लायक नहीं है. इसे हीरो के रूप में आम दर्शक स्वीकार नहीं करेगा. यूं तो अनिल कपूर ने साउथ की कुछ फिल्में की थी तथा बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में स्पोर्टिंग रोल भी किया था. लेकिन उन्हें हीरो बनना था, मेन स्ट्रीम का हीरो. इसलिए जब सुरिंदर कपूर ने तमिल भाषा में हिट रही फिल्म अंथा एजु नाटकल के रीमेक की सोची तो अनिल कपूर, अपने भाई बोनी के पीछे पड़ गए कि उन्हें किसी भी हाल में यह फिल्म करनी है.


झुकना पड़ा भाई को
अनिल कपूर की काफी जिद के बाद आखिरकार बोनी कपूर को झुकना पड़ा. वह वो सात दिन के लिए कास्ट कर लिए गए जो अंथा एजु नाटकल का रीमेक थी. फिल्म सुपरडुपर हिट हुई. इस फिल्म के बाद अनिल कपूर को पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा. अनिल कपूर के साथ इस फिल्म में पद्मिनी कोल्हापुरे तथा नसीरुद्दीन शाह की मुख्य भूमिकाएं थी. दरअसल सुरिंदर कपूर के लिए अपने बेटे अनिल कपूर को कास्ट करना कोई बड़ी बात नहीं थी. लेकिन अनिल को अपनी फिल्म में कास्ट करके वह कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे. उस समय वह इतने ज्यादा बड़े निर्माता नहीं थे कि अपने बेटे पर दांव खेल जाते.


जवाब फाइनेंसरों के
वजह यह भी थी कि अनिल कपूर का नाम सुनकर ही कई फायनेंसर सुरिंदर कपूर की फिल्म में पैसा लगाने से पीछे हट जाते. वो सात दिन से पहले भी सुरिंदर कपूर ने जब हम पांच बनाई थी उस फिल्म में भी अनिल कपूर, मिथुन चक्रवर्ती का किरदार निभाना चाहते थे. मगर उनके पिता सुरेंद्र कपूर उस समय खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहे थे और एक हिट फिल्म की तलाश में थे. इस फिल्म को लेकर वो कोई खतरा नहीं लेना चाहते थे. इसी कारण उन्होंने अनिल को हम पांच के लिए कास्ट नहीं किया. लेकिन यह अनिल कपूर की जिद ही थी कि वह वो सात दिन में हीरो बनकर आए और परदे पर छा गए.