पिता की दूसरी शादी के 43 साल बाद भी सौतेली मां हेलन को आंटी क्यों कहते हैं Arbaaz Khan, खुद किया खुलासा
Arbaaz Khan Second Mother: अरबाज ने उस दिन के बारे में भी बताया जब पिता सलीम खान ने हेलन को परिवार को में इंट्रोड्यूस किया था और कहा था, देखो, मैं जानता हूं कि तुम अपनी मां के तरफ हो. तुम सब अपनी मां को सबसे ज्यादा प्यार करते हो लेकिन अब...
Arbaaz Khan Helen Bonding: सलमान खान (Salman Khan) के भाई अरबाज खान (Arbaaz Khan) अपनी सौतेली मां हेलन से बेहतरीन बॉन्डिंग शेयर करते हैं. न सिर्फ अरबाज बल्कि पूरी फैमिली ही हेलन की बहुत इज्जत करती है और उन्हें वैसे ही प्यार करती है जैसे वो सलमा खान से करती है लेकिन ये सब पहले ऐसा नहीं था. सलीम खान ने जब सलमा से शादीशुदा होते हुए 1981 में हेलन से दूसरी शादी कर ली तो परिवार को काफी तगड़ा झटका लगा था. सलमा तो इस बात से डिप्रेशन में चली ही गई थीं लेकिन चारों बच्चों (सलमान, अरबाज, सोहेल और अलविरा) को भी हेलन को अपने पिता की दूसरी पत्नी के तौर पर स्वीकार करना बेहद मुश्किल था. धीरे-धीरे हेलन को लेकर परिवार की सोच बदली और सब ठीक होता चला गया लेकिन अब शादी के 43 साल बाद भी सलीम खान के बच्चे हेलन को मां नहीं बल्कि आंटी कहकर बुलाते हैं.
पेरेंट्स की लाइफ के ड्रामे से दूर थे हम-अरबाज
Etimes को दिए एक इंटरव्यू में अरबाज खान ने इसकी वजह खुद बताई है. अरबाज ने कहा कि वो ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि सब शुरुआत से ऐसा ही करते आये हैं. उन्होंने कहा कि हेलन आंटी बहुत सालों से हमारे परिवार का हिस्सा हैं और साथ ही रहती हैं और वो सब उनके साथ बहुत क्लोज बॉन्डिंग शेयर करते हैं लेकिन वो पहले दिन से ही उन्हें आंटी कहते हैं इसलिए ये ऐसा ही है. अरबाज ने कहा, बेशक वो हमारी मां हैं और हमारे परिवार का अहम हिस्सा हैं. हम बहुत यंग थे जब वो हमारी जिंदगी में आयीं तो हमें हमारे पेरेंट्स की लाइफ के सारे ड्रामे से दूर रखा गया था.
सलीम खान ने कही थी ये बात
अरबाज ने उस दिन के बारे में भी बताया जब पिता सलीम खान ने हेलन को परिवार को में इंट्रोड्यूस किया था और कहा था, देखो, मैं जानता हूं कि तुम अपनी मां के तरफ हो. तुम सब अपनी मां को सबसे ज्यादा प्यार करते हो और तुम हेलन को कभी अपनी मां जितना प्यार नहीं कर पाओगे लेकिन मैं चाहता हूं कि तुम उन्हें सम्मान दो. उन्हें अपनी मां जितना ही सम्मान दो क्योंकि तुम्हें ये समझना पड़ेगा कि वो मेरी जिंदगी का अहम् हिस्सा हैं. अगर तुम मुझे प्यार और इज्जत देते हो तो तुम्हें ये बात भी स्वीकार करनी पड़ेगी क्योंकि अब यही सच्चाई है.