चौंका देगी इस एक्टर की बर्बादी की दास्तां, पाई-पाई को हुआ था मोहताज, आलीशान बंगला छोड़ चॉल में काटी जिंदगी
Bhagwan Dada Tragic Life: 50-60 के दशक में भगवान दादा का जलवा हुआ करता था और उनकी रईसी के चर्चे हर तरफ थे. कहते हैं कि उस दौर में भगवान दादा के पास एक दो नहीं बल्कि सात लग्ज़री कारें थीं जिन्हें वे हफ्ते के अलग अलग दिन चलाया करते थे.
Bhagwan Dada Life Facts: फिल्म इंडस्ट्री के लीजेंड्री स्टार्स की जब भी बात होती है तब भगवान दादा (Bhagwan Dada) का नाम जरूर लिया जाता है. भगवान दादा ना सिर्फ एक बेहतरीन एक्टर थे बल्कि उन्होंने अपने दौर की कई चर्चित फ़िल्में भी बनाई थीं. भगवान दादा की पॉपुलर फिल्मों में - अलबेला, भागमभाग, झमेला आदि शामिल हैं. आपको बता दें कि भगवान दादा ना सिर्फ अपनी फिल्मों बल्कि लग्ज़री लाइफ के लिए भी बहुत फेमस थे. हालांकि, भगवान दादा की लाइफ में एक समय ऐसा भी आया था जब वे पाई-पाई को मोहताज हो गए थे.
आलीशान लाइफ जीते थे भगवान दादा
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 50-60 के दशक में भगवान दादा का जलवा हुआ करता था और उनकी रईसी के चर्चे हर तरफ थे. कहते हैं कि उस दौर में भगवान दादा के पास एक दो नहीं बल्कि सात लग्ज़री कारें थीं जिन्हें वे हफ्ते के अलग अलग दिन चलाया करते थे. यही नहीं, भगवान दादा जमकर पैसा खर्चने के लिए भी मशहूर थे. साथ ही उनका घर भी सुर्ख़ियों में रहता था. असल में भगवान दादा जुहू में एक सी फेसिंग बंगलो में रहते थे जिसमें 25 कमरे थे. हालांकि, भगवान दादा की ये रईसी ज्यादा दिन नहीं रह पाई.
एक फिल्म बनाने के चक्कर में बुरी तरह से बर्बाद हो गए थे भगवान दादा
कहते हैं कि भगवान दादा ने किशोर कुमार के साथ एक फिल्म बनाने की सोची जिसके लिए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति दांव पर लगा दी थी. फिल्म का नाम था ‘हंसते रहना’ लेकिन कहते हैं किशोर कुमार के नखरों के चलते यह फिल्म कभी बन ही नहीं पाई. इसके चलते भगवान दादा को बड़ा आर्थिक नुकसान हो गया था और उनकी अमीरी जाती रही, नतीजा ये हुआ कि भगवान दादा का अंतिम समय बेहद गरीबी में कटा था.