Bharat Bhushan Life Facts: भारत भूषण (Bharat Bhushan) ने 1950 के दशक में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम किया था. उन्हें बैजू बावरा (1952), मां (1957), मिर्जा गालिब (1954), अमानत (1955), गेटवे ऑफ इंडिया (1957) और अन्य बेहतरीन फिल्मों में अपनी अदायगी के लिए जाना जाता है. बता दें कि उनका जन्म 1920 में मेरठ में हुआ था और अलीगढ़ में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक्टर बनने के लिए मुंबई आ गए. भारत भूषण को बैजू बावरा से पहचान मिली. उन्होंने इसमें बैजू का रोल प्ले किया था. फिल्म का डायरेक्शन विजय भट्ट ने किया था और इसमें मीना कुमारी (Meena Kumari) ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. 


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1950 के दशक में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में देव आनंद, राज कपूर और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज एक्टर्स की मौजूदगी के बावजूद, भारत भूषण एक रोमांटिक हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे. उन्होंने फिल्म सागर में नरगिस, फागुन में मधुबाला, औरत तेरी यही कहानी में निरूपा रॉय और सुहाग रात में गीता बाली जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों के साथ काम किया था. वह उस दौर के सबसे अमीर एक्टर्स में से एक थे, लेकिन दुर्भाग्य से इतनी सफलता के बावजूद उनको गरीबी के दिन देखने पड़े और मुफलिसी में उनकी मृत्यु हो गई.



रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत भूषण ने अपने भाई के साथ प्रोडक्शन में भी किस्मत आजमाई थी लेकिन ये कदम उनपर भारी पड़ गया और उन्हें काफी घाटे का सामना करना पड़ा.घर चलाने के लिए उन्हें घर के कीमती सामान  , संपत्ति और कार तक बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्हें काम मिलना बंद हो गया और वो हीरो के बजाए छोटे-मोटे सपोर्टिंग रोल करने को मजबूर हो गए.  बंगला बेचकर वो चॉल में रहने लगे और 27 जनवरी 1992 को 72 साल की उम्र में मुंबई में उनका निधन हो गया.