Bollywood Actors: 2000 रुपये लेकर मुंबई आया यह एक्टर, आज है इसके पास सब, लेकिन पहले मिला था डर्टी ऑफर
Casting Couch: बॉलीवुड में कास्टिंग काउच की समस्या समय-समय पर सुर्खियां बटोरती रहती है. आम तौर पर स्ट्रगलर चुप रहते हैं, परंतु कामयाब होने के बाद अक्सर लोगों ने अपने हिस्से का सच बताया है. सिर्फ एक्ट्रेस यहां गंद ऑफर्स का शिकार नहीं होती, कई बार एक्टरों को भी इसका सामना करना पड़ता है.
Chandan K Anand: बॉलीवुड, टेलीविजन से लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म तक अभिनेता चंदन के आनंद ने पिछले दो दशकों से दर्शकों को अपने अलग-अलग ढंग से परफॉरमेंस से प्रभावित किया है. गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल, लव आज कल और पार्च्ड जैसी फिल्मों के अलावा वह दुर्गा और चारू, बैरिस्टर बाबू, अली बाबा दास्तान-ए-काबुल, मीत, झांसी की रानी, ये प्यार ना होगा कम जैसे टेलीविजन धारावाहिकों में दिखे हैं. ओटीटी सीरीज रंगबाज में उनका रोल इंट्रेस्टिंग था. आनंद लगातार सक्रिय हैं और कम लोग जानते हैं कि वह एक्टिंग के साथ-साथ चिकित्सा पद्धति रेकी से लोगों को ठीक भी करते हैं. दिल्ली के रहने वाले आनंद के मुंबई आने और यहां सफल होने की कहानी के बीच में लंबा संघर्ष भी था. स्कूल के दिनों से ही उन्होंने एक्टिंग में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी थी.
दिल्ली से मुंबई
आनंद के अनुसार कठिन समय में भी उनकी मानसिकता मजबूत थी. उनका मानना है कि जीवन हर पल सुंदर है. हाल में एक मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि यह मानसिकता मुझे विरासत में मिली थी. साल 2004 में मैं 2000 रुपये नकद हाथ में और दिल में सपने लेकर मुंबई आया. मैंने 425 का ट्रेन टिकट खरीदा था. मैं बोरीवली में उतरा और वहां से दूसरी लोकल ट्रेन लेकर कॉलेज के एक सीनियर के घर गोरेगांव पूर्व पहुंचा. वह यूटीवी के लिए दूरदर्शन के एक शो में शेड्यूलर के तौर पर काम कर रहे थे. मैं एक कमरे में आठ लड़कों के साथ रहा, लेकिन मैंने स्ट्रगल शुरू किया और बाकी इतिहास है. आज मुंबई में मेरा अपना घर है. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं.
फोटो दे दो, बुलाता हूं
अपने स्ट्रगल के दौर में आनंद को कई तरह के अनुभव फिल्म इंडस्ट्री में हुए. जिनमें से एक आश्चर्यजनक रूप से कास्टिंग काउच से भी जुड़ा है. उन्होंने बताया कि स्ट्रगल के दिनों में मैं एक एक्टर को-ऑर्डिनेटर के पास अपनी अपनी तस्वीरें देने गया था. उसने मुझसे कहा कि तुम्हें पता है ना यहां समझौता करना पड़ता है. तब मैंने कहा कि ये क्या होता है? तब उस को-ऑर्डिनेटर ने कहा कि मुझे फोटो दे दो, मैं बुलाता हूं तुम्हें. आनंद कहते हैं कि छिपे हुए एजेंडे वाले लोग पूरी दुनिया में हैं. लेकिन आपको अपने मूल्यों और सिद्धांतों पर टिके रहना होगा. मजबूत होना होगा. अगर आप अपने इरादों पर अडिग रहते हैं, तो अपने सपनों को हर हाल में पूरा कर लेंगे.
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