Shah Rukh Khan Parents Love Story: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) इन्होंने अपनी रोमांटिक फिल्मों से लोगों को मोहब्बतें करना सिखाया और बने किंग ऑफ रोमांस लेकिन शाहरुख को ये गुर अपने पिता मीर ताज मोहम्मद और मां लतीफ फातिमा से मिला. साल 1959 में शाहरुख के मां-बाप ने लव मैरिज की थी. दोनों की पहली मुलाकात और लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं हैं.


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फिल्मी है पेरेंट्स की लव स्टोरी


शाहरुख के पिता मीर ताज पेशावर के पठान थे, जो आजादी की लड़ाई के सबसे यंग स्वतंत्रता सेनानी थे. मीर ने एमए एलएलबी की पढ़ाई की लेकिन भारत पाकिस्तान के बंटवारे के बाद वो दिल्ली रहने आ गए. जहां उन्होंने फर्नीचर, ट्रांसपोर्टेशन, केरोसीन डीलिंग के कई बिजनेस किए और दिल्ली में चाय भी बेचा करते थे.एक दिन इंडिया गेट की सैर पर निकले मीर ताज ने देखा कि कार का एक्सीडेंट हुआ है. एक परिवार जख्मी हालत में उल्टी कार में फंसा है. मीर ने उन्हें बचाया और खून दिया. बचाए गए लोगों में शाहरुख की मां लतीफ फातिमा, उनकी बहन और पिता भी थे. मीर ने मदद की थी तो दोनों परिवार के बीच दोस्ती हो गई. एक बार मीर को लतीफ के पिता ने घर बुलाया और कहा कि मेरी छोटी बेटी से शादी कर लो, क्योंकि उनकी बड़ी बेटी लतीफ की सगाई पहले ही क्रिकेटर अब्बास अली से हो चुकी थी. 


फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट थीं शाहरुख की मां


मीर अड़ गए कि शादी मैं लतीफ से ही करूंगा, जिसे मैंने खून दिया है. आखिरकार घरवाले मान गए और लतीफ की सगाई तुड़वाकर उनकी मीर से 1959 में शादी करवाई गई. शादी के साल दोनों के घर बेटी शहनाज का और फिर 6 साल बाद शाहरुख खान का जन्म हुआ था. बता दें कि शाहरुख की मां लतीफ अपने जमाने से आगे चलने वाली महिला थीं. इन्होंने इग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी. ये फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट थीं. लतीफ फातिमा सोशल वर्क में भी आगे थीं और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ काम करते हुए उनकी करीबी दोस्त बन चुकी थीं.