Preeti Zinta Film: दिल चाहता है से सफल फिल्म निर्देशक के रूप में स्थापित हुए फरहान अख्तर दूसरी कोशिश में बुरी तरह असफल रहे. उनकी दूसरी फिल्म, लक्ष्य बॉक्स ऑफिस पर नाकाम साबित हुई. 2004 में रिलीज यह फिल्म एक वॉर ड्रामा थी. 1999 में हुए कारगिल युद्ध पर आधारित. अमिताभ बच्चन, ऋतिक रोशन और प्रीति जिंटा की फिल्म में मुख्य भूमिकाएं थी. बोमन ईरानी तथा अंजुला बेदी स्पोर्टिंग रोल में थे. रितेश सिधवानी फिल्म के प्रोड्यूसर थे. फिल्म को न तो दर्शकों का प्यार मिला और न ही समीक्षकों की सराहना. हालांकि ऋतिक पर फिल्म एक गाने ने जरूर कुछ चर्चाएं बटोरी. गाना था, मैं ऐसा ही हूं.


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जिंदगी का गोल क्या है
लक्ष्य दिल्ली में रहने वाले करण शेरगिल (ऋतिक रोशन) नामक ऐसे लड़के की कहानी थी जिसका जीवन में कोई लक्ष्य नहीं है. उसके पिताजी एक बड़े बिजनेसमैन हैं. करण की  गर्लफ्रेंड (प्रीति जिंटा) एक उभरती जर्नलिस्ट है और करण को समझाती रहती है कि वह जीवन में अपना कोई गोल डिसाइड करे. वरना उसका जीवन व्यर्थ है. लेकिन खुद करण भी इस बात को लेकर परेशान है कि उसके जीवन में कोई लक्ष्य क्यों नहीं है और उसे आखिरकार जीवन में करना क्या है? अपने एक दोस्त की तरह ही वह इंडियन आर्मी जॉइन करता है लेकिन अपने आलसीपन और कामचोरी के कारण उसे बार बार दिक्कतें आती है. उसके जीवन का लक्ष्य वह सचमुच तय कर पाता है या नहीं और उसे हासिल भी कर पाता है या नहीं, यही फिल्म की कहानी थी.


हीरो का नया लुक
अच्छी कहानी औए स्क्रिप्ट, फिल्म को सफल करने की सबसे बड़ी कसौटी है. लेकिन फरहान अख्तर यहां विफल रहे. स्क्रिप्ट और कहानी दोनों ही उनके पिता जावेद अख्तर ने लिखी थी. फिल्म में काफी उतार चढ़ाव, काफी घुमाव फिराव थे. दूसरी तरफ फिल्म 178 मिनट यानी लगभग तीन घंटे लंबी थी. फिल्म की रफ्तार धीमी थी. लंबे सीन फिल्म में दिखाए गए थे. फिल्म के ट्रेलर से दर्शको को लगा कि यह रोमांटिक कॉमेडी है. जबकि फिल्म एक तरह का एक्सपेरिमेंट थी. दर्शकों ने इस एक्सपेरिमेंट को नहीं स्वीकारा. उन्हें फिल्म में बोरियत के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा. फिल्म में ऋतिक नए लुक, नई हेयरस्टाइल में थे. दर्शकों को उनका यह लुक भी पसंद नहीं आया.


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