शोले के गाने ‘महबूबा महबूबा’ में हेलन के साथ नजर आए जलाल आगा (Jalal Agha) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. इस फिल्म के गाने ने जलाल आगा को बेहद मशहूर कर दिया. जलाल का वास्ता बचपन से ही फिल्मों से हो गया था. जब वो छोटे थे तो दिलीप कुमार उनके पिता आगा के पास मुगल-ए-आजम का ऑफर लेकर पहुंचे. उन्होंने कहा कि मैं आपके बेटे को फिल्म में लेना चाहता हूं. उन्होंने इस बारे में फिल्म के डायरेक्टर के.आसिफ से भी बात कर ली थी लेकिन आगा ने इनकार कर दिया. वो बोले कि उनका बेटा जलाल फिल्मों में काम नहीं करेगा.


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पिता को करवा दिया सेट से बाहर


ये सुनकर एक दिन दिलीप कुमार चुपके से जलाल को अपने साथ फिल्म के सेट पर ले गए और फिर उन्होंने मुगल-ए-आजम में सलीम यानी दिलीप कुमार के बचपन का किरदार निभाया.  शूटिंग पर पिता की वजह से फोकस नही कर पा रहे थे तो फिल्ममेकर्स से बोलकर उन्हें ही सेट से बाहर करवा दिया था. खुद्दार इतने थे कि जब पहली फिल्म फर्ज की शूटिंग शुरू की और पता चला कि ये पिता की सिफारिश मिली है तो उन्होंने फिल्म ही छोड़ दी थी क्योंकि वो अपने दम पर कुछ करना चाहते थे. फिर 1967 में बंबई रात की बाहों में फिल्म से डेब्यू किया. निजी जिंदगी उथल-पुथल भरी रही. जलाल ने मॉडल वैलेरी परेरा से शादी की थी लेकिन ये शादी 8 साल में ही टूट गयी.


49 साल में हुआ निधन


पत्नी ने तलाक के बाद दूसरी शादी कर ली और जर्मनी में बस गई.अपने दो बच्चों से मिलने के लिए जलाल पाई-पाई जोड़ते थे ताकि जर्मनी जा पाएं. 5 मार्च 1995 को मात्र 49 साल की उम्र में उनका निधन हार्ट अटैक से हो गया था. उनकी बहन शहनाज ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जलाल को अपनी मौत का आभास पहले ही हो गया था. 50वें जन्मदिन से पहले उनके दोस्तों ने एक पार्टी की प्लानिंग की थी लेकिन जलाल ने कहा था-पहले कल तो आने दो फिर पार्टी के बारे में सोचेंगे. वो कल कभी नहीं आया और अगले ही दिन जलाल दुनिया से रुखसत हो गए.