Bollywood Actors Fees: बॉलीवुड में नेपो-किड्स को लॉन्च करने और उन्हें जबर्दस्ती टैलेंटेड बता कर खूब आगे बढ़ाने वाले, एक्टरों की गुटबंदी, कैंपबाजी करने वाले करण जौहर अब खुद परेशान हैं. कुछ महीने पहले तक एक्टरों को एक साथ कई फिल्मों के लिए मोटी रकम में अनुबंधित करके फिल्मों का बजट और बाजार खराब करने वाले स्टूडियोज और प्रोड्यूसरों में उनका भी नाम आता है. लेकिन अब वही फिल्म के बजट और एक्टरों की फीस पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. वह कह रहे हैं कि आज के एक्टर अपनी इमेज को लेकर भ्रम में रहते हैं और फिल्म के मुनाफे का 50 फीसदी खुद ले जाते हैं. करण ने हाल में कहा है कि इन भ्रमित एक्टरों से सौदेबाजी करना डिस्ट्रीब्यूटरों से भी ज्यादा मुश्किल काम है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सब लोग हैं परेशान
पूरा बॉलीवुड सितारों की महंगी फीस से परेशान है. अब करण ने कहा है कि फिल्मों का बजट बड़ा असमान हो चुका है. आज अगर आप बड़े सितारे और बड़े डायरेक्टर को लेकर फिल्म बनाएं, तो मुनाफे का 50 परसेंट सितारा ले लेगा और 30 परसेंट डायरेक्टर ले लेगा. बचे हुए 20 परसेंट को प्रोड्यूसर, राइटर और अन्य तकनीशियन बांट सकते हैं. उन्होंने कहा कि सुपरस्टार तो मुनाफे का 60 से 70 प्रतिशत तक ले जाते हैं. जौहर ने कहा कि सितारे जिस भ्रम में जी रहे हैं, उसकी कोई दवा नहीं है. आप लोगों से कह नहीं सकते कि आपकी पिछली चार फिल्मों की ओपनिंग कितनी खराब रही है, तो इतना पैसा क्यों मांग रहे हैं. अगर किसी सितारे को ओपनिंग पांच करोड़ की मिलती है तो उसे मैं पांच करोड़ फीस देने को तैयार हूं.


नए एक्टरों लॉन्च करना महंगा
करण जौहर का कहना है कि आज जो एक्टर पांच करोड़ की ओपनिंग नहीं दे पाते 20 करोड़ रुपये फीस मांगते हैं. उन्होंने कहा सितारों के अहंकार को आसानी से चोट पहुंचती है, इसलिए अक्सर हम लोग चुप रह जाते हैं. कई बार उनका अपना मैनेजमेंट भी होता है. करण जौहर की मैनेजमेंट एजेंसी भी है. उन्होंने कहा कि मैं एजेंसी में लोगों से कहता हूं कि उन्हें फिल्म प्रोड्यूसर की तरफ से बात करनी चाहिए, न कि एक्टर की तरफ से. उन्होंने कहा कि आज की तारीख में हिंदी में प्रमोशन इतना महंगा हो चुका है कि नए एक्टरों को लॉन्च करना मुश्किल है. करण जौहर ने बताया कि उन्होंने स्टूडेंट ऑफ द ईयर में आलिया भट्ट, वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा को लॉन्च किया था. फिल्म हिट होने के बावजूद उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसमें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था.


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi, अब किसी और की जरूरत नहीं