1981 में आई फिल्म लव स्टोरी (Love story) से कुमार गौरव (Kumar Gaurav) ने बॉलीवुड डेब्यू किया था. इस फिल्म के जरिए राजेंद्र कुमार (Rajendra Kumar) के बेटे कुमार रातोंरात स्टार बन गए थे. उन्होंने अपने एक्टिंग टैलेंट से सबको इम्प्रेस कर दिया था और फिल्म की हीरोइन विजयता पंडित (Vijayta Pandit) के साथ उनकी केमिस्ट्री भी काफी जमी थी. इस फिल्म की जबरदस्त सक्सेस के बाद कुमार गौरव को बैक टू बैक कई फिल्में ऑफर हुई थी. इन्हीं में से एक फिल्म शिरीन फरहाद थी जिसे डायरेक्टर दिनेश बंसल बना रहे थे. इस फिल्म में दिनेश कुमार गौरव को लेना चाहते थे मगर उन्होंने फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया.


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुमार ने ये फिल्म इसलिए ठुकरा दी थी क्योंकि दिनेश फिल्म में उन्हें एक नई हीरोइन यास्मीन जोसफ के साथ कास्ट करना चाहते थे. कुमार हिट एक्टर हो चुके थे इसलिए वो किसी न्यूकमर एक्ट्रेस के साथ काम नहीं करना चाहते थे. कुमार के इस फैसले से यास्मीन जोसफ (Yasmeen Joseph) काफी निराश हो गईं क्योंकि दिनेश ने ये फिल्म ही फिर बंद कर दी और ये कभी बनी ही नहीं. हालांकि, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. इन्हीं यास्मीन जोसफ  पर फिर राज कपूर (Raj Kapoor) की नजर पड़ी और उन्होंने उन्हें अपने ऑफिस मिलने के लिए बुलाया.



उन्हें अपनी अगली फिल्म के लिए एक हीरोइन की तलाश थी. यास्मीन उन्हें जम गईं और फिर उन्होंने यास्मीन का नाम बदलकर मंदाकिनी (Mandakini) कर दिया. यास्मीन को मंदाकिनी के नाम से उन्होंने फिल्म राम तेरी गंगा मैली (Ram Teri Ganga Maili) में लॉन्च किया और फिर एक्ट्रेस ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस फिल्म से मंदाकिनी रातोंरात स्टार बन चुकी थीं और उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई थी. दूसरी ओर कुमार गौरव इक्का दुक्का फिल्मों के बाद फ्लॉप हो गए और उन्हें काम मिलना बंद हो गया जिसके बाद उन्होंने बॉलीवुड को अलविदा कह दिया.