Pardeep Kumar: हिंदी सिनेमा में 1950 और 60 के दशक तक बड़ी संख्या में राजाओं-राजकुमारियों की कहानियां पर्दे पर आती रही हैं. ऐसे में कुछ ऐक्टर इन भूमिकाओं में इतने फिट होते थे कि वही निर्माता-निर्देशकों की पहली पसंद होते थे. इन्हीं में बड़ा नाम था, एक्टर प्रदीप का. प्रदीप कुमार बंगाली फिल्मों में 17 साल की उम्र से ही कैमरामैन सहायक के रूप में काम किया करते थे मगर उन्हें फिल्मों में एक्टर बनना था. जल्द ही उन्हें मौके मिले और उनके लुक की वजह से उन्हें राजहठ, ताजमहल और बहू बेगम जैसी फिल्मों में राजा, राजकुमार या नवाब के रोल मिले. कई एक्ट्रेसों के साथ उन्होंने काम किया, परंतु उनके दिल में मीना कुमारी के लिए बहुत खास जगह थी.


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रोमांस का हैंगओवर
आज मीना कुमारी की पुण्यतिथि है. फिल्मों में सफलता मिलने और बाद में भी प्रदीप कुमार और मीना कुमारी ने कई फिल्मों में साथ काम किया. जिनमें ज्यादातर रोमांटिक रोल थे. साथ में काम करते-करते ऐसा भी दौर आया जब प्रदीप कुमार मन ही मन मीना कुमारी को चाहने लगे थे. परंतु उन्होंने यह बात कभी उनके सामने जुबान पर नहीं लाई. लेकिन मीना कुमारी के गुजर जाने के बाद उन्होंने कहा कि मैं आज भी उन्हें चाहता हूं. अपने एक इंटरव्यू में प्रदीप कुमार ने कहा कि रोमांस बहुत ही सहज बात है. हम लोग जब फिल्मों में साथ काम करते हैं और बहुत सारे रोमांटिक सीन एक के बाद एक करते हैं, तो उन नकली रोमांटिक दृश्यों का एक हैंगओवर हमारे अंदर रह जाता है.


अगर आज जिंदा होतीं
प्रदीप कुमार ने कहा कि उस हैंगहोवर में रात में भी रहता है और हम ख्वाब देखते हैं. उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि मैं ईमानदारी से कहता हूं कि आज भी मैं मीना कुमारी से प्यार करता हूं. इस प्यार में दोस्त की तरह सम्मान और प्रेम दोनों ही शामिल है. मैं सोचता हूं कि आज अगर वह जिंदा होती तो हम कोई खास रोल को किस तरह से करते. प्रदीप कुमार ने मीना कुमार के साथ जिन फिल्मों में काम किया उनमें से आरती, भीगी रात और बहू बेगम जैसी फिल्में काफी चर्चित हुईं.


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