Raveena Tandon Help: पिछले महीने मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों की तस्वीर खींचने के मुद्दे पर विवादों में उलझी बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने अब तारीफ के काबिल काम किया है. यह मामला भी वन्यप्राणियों से जुड़ा है. रवीना टंडन ने उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच कानपुर (उत्तर प्रदेश) चिड़ियाघर में हीटर भेजे हैं, ताकि वहां रहने वाले जानवरों की सर्दी की मुश्किलें दूर हो सकें. रवीना की इसी दरियादिली को देखते हुए कानपुर चिड़ियाघर के संरक्षकों तथा अधिकारियों ने वहां एक बाघ शावक का नाम उन्हीं के नाम पर रवीना रख दिया है.



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हीटर, दवाएं और आभार
रवीना ने ए वाइल्डलेंस ईको फाउंडेशन के माध्मय से कानपुर चिड़ियाघर को यह मदद पहुंचाई है. फाउंडेशन ने इस संबंध में ट्विटर पर आभार जताया, जिसमें चिड़ियाघर के अधिकारियों को वीडियो भी शामिल है. उन्होंने जानवरों की मदद के लिए रवीना का आभार व्यक्त किया है. साथ ही यह खबर भी आ रही है कि रवीना की इस मदद को याद रखने के लिए कानपुर चिड़ियाघर में एक बाघ के बच्चे का नाम रवीना रखा गया है. यह बाघ का बच्चा अभी सिर्फ छह महीने का है. बताया जा रहा है कि रवीना ने इस फाउंडेशन के माध्यम से जानवरों के लिए हीटर के साथ दवाएं भी भेजी हैं. इससे पहले कोविड 19 महामारी के दौरान भी रवीना ने जानवरों की सुविधाओं के लिए इस तरह की मदद की थी.


तब हो गया था विवाद
सोशल मीडिया पर लोग रवीना के इस कदम की सहारना करते हुए, उनकी प्रशंसा कर रहे हैं. हालांकि पिछले महीने मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में करीना द्वारा बाघों के लिए संरक्षित इलाके में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की बातें आई थीं. इस पर विवाद खड़ा हो गया था कि आखिर वह कैसे संरक्षित इलाके में जाकर यह काम कर सकती हैं. इस पर बाद में रवीना ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि उन्होंने नियमों के दायरे में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की थी. उन्होंने कहा था कि उनका पक्ष जाने बगैर मीडिया में कुछ लोगों ने खबर लिख थी, जिस कारण गलतफहमी पैदा हो गई. उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई विवाद नहीं था और बाद में मध्य प्रदेश सरकार ने मुझे वहां का वाइल्ड लाइफ अंबेसडर बनने का प्रस्ताव रखा.


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