Tv Actor: बेटी के एक सवाल ने इस एक्टर को हिला डाला, खाई ये कसम और खुद को बदल डाला
Work Culture: टीवी इंडस्ट्री के वर्क कल्चर को अगर आप करीब से जानेंगे तो पसीने छूट जाएंगे. यहां बारह से अठारह घंटे तक लगातार काम होता है और डेली सोप बनाने के काम को लोग ‘छापना’ कहते हैं. ऐसे में तकनीशियनों की छोड़िए, एक्टर तक कुछ ही घंटों के लिए घर जा पाते हैं.
Work Culture In Tv Industry: पुराने साल को विदा करने और नए साल का स्वागत करने के लिए फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के तमाम कलाकार अपने-अपने हिसाब से तैयारी करते हैं. कोई विदेश चला गया तो कोई किसी होटल में पार्टी करने. सेलेब्स अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपनी शानदार तस्वीरें साझा करके आजकल सबको अपडेट रखते हैं. हालांकि कुछ एक्टर ऐसे भी हैं, जिनके लिए कामकाज ही सब कुछ होता है. टीवी इंडस्ट्री के चर्चित एक्टर स्वप्निल जोशी उनमें से एक हैं. जब तमाम सितारे देश-विदेश में अपनों के साथ छुट्टियां मना रहे हैं, वह अपनी अगली फिल्म के प्रचार में व्यस्त हैं. असल में स्वप्निल जोशी मराठी फिल्मों के चर्चित सितारे भी हैं.
बदलना है खुद को
मराठी सिनेमा के स्वीटहार्ट कहे जाने वाले स्वप्निल जोशी अपनी आने वाली फिल्म वालवी का प्रचार करने के लिए क्रिसमस और अब नए साल के दौरान भी यात्रा कर रहे हैं. फिल्म 13 जनवरी को सिनेमाघरों में आएगी. लेकिन स्वप्निल ने बताया कि इस नए साल में उन्होंने खुद को बदलने का फैसला किया. काम के साथ वह परिवार को समय देने में संतुलन बनाएंगे. उन्होंने बताया कि मैं अपने मराठी शो तू तेव ताशी की शूटिंग में व्यस्त हूं. वालवी प्रमोशन के लिए, हम पूरे महाराष्ट्र, कॉलेजों और कार्यक्रमों में घूम रहे हैं. नतीजा यह कि साल के मेरे आखिरी दिन बहुत व्यस्त हैं. लेकिन अब नए साल में नई जिंदगी शुरू करना चाहते हैं.
खाई है अब कसम
स्वप्निल अपने बदलने की वजह उनकी बेटी द्वारा उठाए गए एक सवाल को बताते हैं. उन्होंने बताया कि मैं इतना काम कर रहा हूं कि वास्तव में देर रात को घर पहुंचता हूं और फिर काम के लिए ही सुबह जल्दी निकल जाता हूं. ऐसे में मेरी बेटी ने एक दिन मेरी पत्नी से पूछा, क्या बाबी (वह उन्हें ऐसे ही बुलाती है) अब हमारे साथ नहीं रहते है? क्या वह दूसरे घर में रहते हैं? क्योंकि वह आजकल हमसे कई-कई दिन तक नहीं मिलते. स्वप्निल ने बताया कि बेटी की इन बातों ने मुझमें हिला दिया है. सच यही है कि कभी-कभी हम अपने काम में इतने तल्लीन हो जाते हैं कि हम भूल जाते हैं, हमारे बच्चों को भी हमारे समय की जरूरत है. स्वप्निल कहते हैं कि मैंने प्रण लिया है कि जैसे ही मैं इस फिल्म का काम खत्म हो जाएगा. मैं परिवार को छुट्टी पर ले जाऊंगा.
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