Tom Alter Death Anniversary: बॉलीवुड एक्टर टॉम ऑल्टर (Tom Alter) की आज छटवीं डेथ एनिवर्सरी है. टॉम का 67 साल की उम्र में 29 सितंबर, 2017 को निधन हो गया था. वह लंबे समय से स्किन कैंसर से पीड़ित थे. वो उन अभिनेताओं में से थे जिन्होंने थिएटर और टेलीविजन की दुनिया में भी नाम कमाया. उन्होंने करीब 300 फिल्मों में काम किया. विदेशी नैन नक्श वाले टॉम ऑल्टर के दादा-दादी आजादी से पहले भारत आ गए थे. उसके बाद उनका परिवार भारत में ही रहा.उन्हें 2008 में पद्मश्री सम्मान भी मिला था. 


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अमेरिकन मूल के टॉम 22 जून, 1950 को मसूरी (तब उत्तर प्रदेश) में पैदा हुए थे. उनके दादा-दादी 1916 में ओहियो, अमेरिका से चेन्नई आ गए थे. इसके बाद वो ट्रेन से लाहौर चले गए और वहीं बस गए. उनके पिता का जन्म सियालकोट में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है.  भारत-पाक विभाजन के बाद टॉम के दादा-दादी पाकिस्तान में बस गए जबकि उनके माता-पिता भारत आ गए. इलाहाबाद, जबलपुर, सहारनपुर के बाद वो राजपुर, उत्तर प्रदेश में सैटल हुए. कुछ साल यहां रहने के बाद वो 1954 में देहरादून और मसूरी में रहे. मसूरी में ही टॉम ऑल्टर का जन्म हुआ. उनके दो भाई बहन और हैं. 



एक साल में अमेरिका से लौट आए टॉम


मसूरी के वुडस्टॉक स्कूल में टॉम की पढ़ाई हुई. इस दौरान उनकी हिंदी काफी अच्छी हो गई. 18 साल की उम्र में टॉम हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका चले गए. वो यहां येल में एक साल पढ़े लेकिन यहां का माहौल उन्हें कुछ खास जमा नहीं जिसके चलते वो एक साल में ही भारत लौट आए. 19 साल की उम्र में वो जगधरी, हरियाणा के सेंट थॉमस स्कूल में बतौर टीचर पढ़ाने लगे. यहां उन्होंने छह महीने तक काम किया. इसी दौरान वो बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग भी देते थे. इसके ढाई साल बाद तक उन्होंने कई छोटी-मोटी जॉब कीं. इसी दौरान उन्होंने हिंदी फिल्में देखना शुरू किया. 


एक बार वो दोस्तों के साथ फिल्म आराधना देखने गए थे जो कि उन्हें इतनी ज्यादा पसंद आई कि उन्होंने इसे एक ही हफ्ते में तीन बार और देखा. राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) की इस फिल्म को देखने के बाद ऑल्टर की फिल्मों में काम करने की इच्छा जागी. उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में काम करने की ठान ली और दो साल तक मेहनत की. 1972 में उन्होंने FTII पुणे में दाखिला लिया जहां एक्टिंग टीचर रोशन तनेजा के अंडर में दो साल एक्टिंग सीखी और काम किया.  यहां वो 1974 तक रहे. उन्होंने थिएटर में भी काफी काम किया. टॉम ने थियेटर में मौलाना अबुल कलाम आजाद, मिर्जा गालिब, बहादुर शाह जफर, मोहम्मद अली जिन्ना और महात्मा गांधी के किरदार यादगार अंदाज में निभाए.



1976 में किया फिल्मी डेब्यू 
1976 में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी स्टारर चरस में टॉम ने चीफ कस्टम ऑफिसर की भूमिका निभाई और हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया.  उनकी चर्चित फिल्मों में 'गांधी', 'शतरंज के खिलाड़ी', 'क्रांति', 'राम तेरी गंगा मैली', 'आशिकी', 'सरदार' और 'परिंदा'जैसी फिल्में शामिल हैं. उन्होंने 'भारत एक खोज', 'जबान संभाल के', 'बेताल पचीसी', 'शक्तिमान' और 'कैप्टन व्योम' जैसे कई चर्चित टीवी शोज में भी काम किया था जिससे उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली.  टॉम ऑल्टर ने 1980-90 के दशक में खेल पत्रकारिता भी की थी. वो खुद भी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी थे.  उन्होंने ही सचिन तेंदुलकर का पहला वीडियो इंटरव्यू किया था. ये 1989 की बात है. सचिन ने उस वक्त भारतीय टीम के लिए डेब्यू भी नहीं किया था.