ओशो के आश्रम में माली का काम करते और बर्तन धोते थे Vinod Khanna, फिल्में छोड़ लिया था संन्यास
Vinod khanna sanyas: विनोद खन्ना ओशो से इस कदर प्रभावित थे कि वे अपनी ज्यादातर शूटिंग पुणे या इस शहर के आसपास रखवाते थे ताकि वे ओशो के साथ अधिकतम समय बिता पाएं.
Vinod khanna personal life: विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का नाम फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित स्टार्स में शुमार होता है. विनोद खन्ना ने अपने करियर में कई शानदार फिल्मों में काम किया था जिनमें- दयावान, कुर्बानी, अमर अकबर एंथोनी, जुर्म, बंटवारा, कच्चे धागे आदि शामिल हैं. हालांकि, विनोद खन्ना की लाइफ का एक चैप्टर ऐसा भी है जब अपने करियर के पीक पर वे सबकुछ पीछे छोड़ सन्यासी बन गए थे. जी हां, विनोद खन्ना ओशो से इस कदर प्रभावित हुए थे कि वे अपना सबकुछ छोड़ ओशो के साथ उनके आश्रम में रहने लगे थे.
ओशो से प्रभावित थे विनोद खन्ना
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विनोद खन्ना ओशो से इस कदर प्रभावित थे कि वे अपनी ज्यादातर शूटिंग पुणे या इस शहर के आसपास रखवाते थे ताकि वे ओशो के साथ अधिकतम समय बिता पाएं. ओशो के प्रभाव में आकर ही विनोद खन्ना ने साल 1975 में संन्यास ले लिया था और अपना सारा कीमती सामान लोगों में बांट दिया था. यही नहीं, विनोद खन्ना अपना सबकुछ पीछे छोड़ ओशो के साथ अमेरिका भी चले गए थे.
माली का काम करते, बर्तन धोते थे विनोद खन्ना
खबरों की मानें तो विनोद खन्ना, ओशो के अमेरिका स्थित आश्रम में माली का काम किया करते थे. यही नहीं एक्टर यहां बरतन धोने से लेकर बाथरूम साफ करने तक का काम भी करते थे. हालांकि, जब अमेरिका सरकार ने ओशो आश्रम बंद किया तब विनोद खन्ना को भी वापस भारत आना पड़ा था. भारत वापस आकर विनोद खन्ना ने देखा कि उनका पूरा परिवार बिखर गया था यहां तक कि एक्टर की वाइफ ने भी उन्हें तलाक दे दिया था. बता दें कि भारत वापस आने के बाद विनोद खन्ना ने फिल्मों में दोबारा कमबैक किया था. विनोद खन्ना का साल 2017 में कैंसर के चलते निधन हो गया था.