Mithun Chakraborty Struggle: 70-80 के दशक में मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) ने अपने टैलेंट के दम पर बॉलीवुड में पहचान बनाई लेकिन इसके लिए उन्होंने काफी संघर्ष भी किया. मिथुन ने अपनी पहली ही फिल्म मृगया (1976) के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीत लिया था लेकिन इसके बाद भी उनकी स्ट्रगल कम नहीं हुई थी. एक इंटरव्यू में मिथुन ने खुलासा किया था कि जब वो बासु चटर्जी की फिल्म प्रेम विवाह में काम कर रहे थे तो उनकी फीस मेकअप मैन और हेयरड्रेसर से भी कम थी. उस वक्त मिथुन मुंबई में बेस्ट की बसों में ट्रेवल करते थे क्योंकि उनके पास खुद की कार नहीं थी और वह बतौर पेईंग गेस्ट रहा करते थे.


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डायरेक्टर ने उड़ाया था मजाक


मिथुन ने एक इंटरव्यू में कहा, मेरा स्टाफ मुझसे ज्यादा पैसे कमाता था. मुझे फिल्म के लिए 5000 रुपये मिलते थे जबकि मेरे स्टाफ को 7500-8000 रुपये मिलते थे. उस वक्त 5000 मेरे लिए 5 करोड़ के समान थे. मिथुन ने आगे कहा कि जैसे तैसे खर्चों पर काबू करके उन्होंने अपना गुजारा किया. मिथुन ने ये भी कहा कि नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतने के बाद फिल्म इंडस्ट्री को उनसे बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं थी और किसी को नहीं लगता था कि वो सक्सेसफुल हो पाएंगे. मिथुन ने आगे कहा, एक डायरेक्टर थे जिनका नाम मैं नहीं लूंगा लेकिन उन्होंने कहा था कि अगर मैं हीरो बन जाऊंगा तो वो फिल्म इंडस्ट्री ही छोड़ देंगे लेकिन बाद में उन्होंने मेरे साथ फिल्म की और वो बड़ी हिट साबित हुई. मैंने भी उन्हें कभी इस बात का आभास नहीं होने दिया कि उन्होंने पहले मेरे सम्मान को चोट पहुंचाई थी.


डिस्को डांसर से मिली सक्सेस


मिथुन बोले कि उस डायरेक्टर को ये बात मालूम थी कि उन्होंने मेरे बारे में क्या कहा था लेकिन बाद में उन्होंने कभी न इस बात क जिक्र किया और न ही मैंने इस बारे में कोई बात छेड़ी. बता दें कि मिथुन को 1982 में फिल्म डिस्को डांसर से सक्सेस मिली थी. ये फिल्म बहुत बड़ी हिट साबित हुई थी. इसके बाद मिथुन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज तक फिल्मों में सक्रिय हैं.