Anmol Bishnoi Profile: जैसे-जैसे लॉरेंस के नेटवर्क की खबरें खुलती जा रही हैं वैसे-वैसे बिल्कुल नए दावे और नई बातों का पता चल रहा है. आज हम आपको लॉरेंस गैंग के CEO के बारे में बताएंगे. आप सोच रहे होंगे कि एक गैंग जो अपराध करता है उसका क्या कोई CEO भी होगा. NIA ने इस कुर्सी पर बैठे शख्स पर पूरे 10 लाख के इनाम की घोषणा की है. ये एक बेहद शातिर अपराधी है. कह सकते हैं कि लॉरेंस तो सिर्फ मुखौटा है जबकि ये CEO गैंग का असली खिलाड़ी है. चलिए आपको बताते हैं कि ये शख्स कौन है.


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हिंदुस्तान से 3,679 किमी दूर स्थित है अजरबैजान. दिल्ली से उड़ान भरेंगे तो करीब  5 घंटे बाद राजधानी बाकू में विमान लैंड करेगा. यहां की बहुसंख्यक आबादी मुस्लिमों की है. देश जितना खूबसूरत, उतना ही अपराधियों के लिए जन्नत.


क्या है अजरबैजान से नाता?


आप सोच रहे होंगे कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अजरबैजान का कनेक्शन क्या है. दरअसल ये वही देश हैं जहां से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के CEO का बही खाता खुलता है. हम बात कर रहे हैं अनमोल बिश्नोई की. लॉरेंस के अपराध सिंडिकेट का ये शख्स कर्ताधर्ता है. अनमोल बिश्नोई रिश्ते में लॉरेंस का सगा भाई है.


अनमोल बिश्नोई पर दर्जनों मामले दर्ज हैं. ये एक भगोड़ा अपराधी है. आज  हम इस रिपोर्ट में उसकी क्राइम कुंडली से पर्दा उठाएंगे. ये बताएंगे कि आखिर क्यों इसे लॉरेंस के अपराध सिंडिकेट का CEO बोला जाता है.


40 दिनों तक ली ट्रेनिंग
 
अनमोल बिश्नोई के तार अजरबैजान से जुड़े रहे हैं. यहां के माफियाओं से लॉरेंस गैंग का सीधा कनेक्शन है. पुलिस सूत्रों का दावा है कि लॉरेंस ने अपने सबसे खास शूटरों और भाई अनमोल बिश्नोई को अज़रबैजान भेजा था...यहां ये करीब 40 दिन तक रहे. लेकिन ये यहां अज़रबैजान की खूबसूरती देखने नहीं आए थे बल्कि शातिर इंटरनैशनल गैंग से हथियारों की ट्रेनिंग ले रहे थे.


अनमोल बिश्नोई को अजरबैजान में हथियारों की ट्रेनिंग मिली है. ये शख्स हर तरह के हथियार चलाने में सक्षम है. दावा किया जाता है अनमोल असॉल्ट राइफल ही नहीं बल्कि रॉकेट लॉन्चर, ग्रेनेड लॉन्चर चलाने की भी ट्रेनिंग मिली हुई है.
 
लॉरेंस बिश्नोई जेल में कैद है लेकिन अनमोल आजाद. ये एक शातिर अपराधी है. लॉरेंस के बारे में आपने बहुत कुछ सुना होगा लेकिन ये शख्स तो लॉरेंस से भी दो डिग्री आगे है. यहां तक कि वो हिंदुस्तान से भी बाहर है. कोई नहीं जानता अनमोल है कहां. दावा किया जा रहा है कि वो अमेरिका, कनाडा या फिर अजरबैजान में हो सकता है.


अनमोल बिश्नोई पर दर्जनों मामले दर्ज हैं. ये एक भगोड़ा अपराधी है. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA ने आज ही लॉरेंस के चहेते और सिडिकेंट के नंबर दो पर 10 लाख के इनाम की घोषणा की है.


पैसों का रखता है हिसाब-किताब


NIA ने भगोड़ा घोषित किया है क्या इससे अनमोल की दिक्कते बढ़ेंगी. अगर बढ़ेंगी तो कैसे? अनमोल बिश्नोई अगर NIA के हाथ लग गया तो बिश्नोई गैंग की कमर टूट जाएगी. ये दावा एक्सपर्ट कर रहे हैं. गैंग में इसके पोजिशन की बात करें तो ये  लॉरेंस के अपराध सिंडिकेट का नंबर दो है. सही मायनों में यही शख्स लॉरेंस गैंग चला रहा है. गैंग के शूटरों की क्लोज मॉनिटरिंग करता है. शूटरों से पैसे के लेन-देन का हिसाब रखता है.


कह सकते हैं कि अनमोल बिश्नोई शूटरों और लॉरेंस के बीच की सबसे अहम कड़ी है. यानी लॉरेंस सिंडिकेट का असली बॉस 'अनमोल' ही है...लॉरेंस गैंग का इसे CEO कहना भी गलत नहीं होगा.


NIA ने अनमोल बिश्नोई के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है. पुलिस को यकीन है कि वो देश से बाहर किसी सुरक्षित ठिकाने पर छिपा बैठा है. हालांकि इसके पाप का घड़ा भर गया है. NIA ने उसकी कुंडली खंगाली ली है. अब साबरमती जेल में भाई के साथ कंपनी की CEO का कमरा भी सजने ही वाला है.