Bengaluru Mahalakshmi murder case: बेंगलुरु का बहुचर्चित महालक्ष्मी हत्याकांड सुर्खियों में छाया हुआ है. मामले में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने महालक्ष्मी की हत्या करने वाले की पहचान कर ली है. और वह कोई और नहीं बल्कि महालक्ष्मी के साथ काम करने वाला उसका सहकर्मी है. रिपोर्ट्स में सहकर्मी का नाम भी बताया जा रहा है लेकिन पुलिस ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है. 


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59 टुकड़ों में फ्रिज में मिली थी महालक्ष्मी की लाश


महालक्ष्मी का शव 59 टुकड़ों में काटकर उसके ही फ्लैट के फ्रिज में छिपाया गया था. इस हत्याकांड ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसके सहकर्मी ने महालक्ष्मी के एक अन्य पुरुष के साथ संबंध का विरोध किया था. सहकर्मी किस व्यक्ति से महालक्ष्मी को दूर करना चाहता था, उसकी पहचान होना अभी बाकी है.


महालक्ष्मी के पूर्व पति ने क्या कहा


दूसरा व्यक्ति अशरफ हो सकता है जिसके बारे में महालक्ष्मी के पूर्व पति ने भी पुलिस को बयान दिया है. महालक्ष्मी से अलग हो चुके उसके पूर्व पति हेमंत दास ने महालक्ष्मी की हत्या में अशरफ के शामिल होने का आरोप लगाया है. उसने बताया कि अशरफ उत्तराखंड का रहने वाला है और महालक्ष्मी के साथ उसके अवैध संबंध थे. मामले में अभी तक सामने आए अपडेट के मुताबिक पुलिस अशरफ की भी तलाश कर रही है. अशरफ की लोकेशन के बारे में कोई जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है.


29 साल की महालक्ष्मी एक सेल्सवुमन थी


बता दें कि 29 साल की महालक्ष्मी एक सेल्सवुमन थी. सितंबर की शुरुआत से ही उसकी कोई खोज-खबर नहीं थी. परिवार वालों से भी उसका कोई संपर्क नहीं था. 21 सितंबर को उसके अपार्टमेंट में पड़ोसियों को शक हुआ कि कुछ तो गलत हुआ है. पड़ोसियों ने पुलिस से शिकायत की कि महालक्ष्मी के फ्लैट से बदबू आ रही है. जिसके बाद पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा और अंदर का फौफनाक नजारा देख दंग रह गई. महालक्ष्मी का शव टुकड़ों में उसके ही फ्रिज में पड़ा मिला था.


मुख्य संदिग्ध ओडिशा का है..


कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने भी पुष्टि की थी कि मुख्य संदिग्ध ओडिशा का है. वह बेंगलुरु से फरार है और पश्चिम बंगाल में अपने ठिकाने बदल रहा है. उन्होंने कहा था कि पुलिस संदिग्ध की तलाश ओडिशा-पूर्वी बंगाल सीमा के पास कर रही है. क्राइम स्पॉट से मिले फिंगरप्रिंट्स की जांच भी की जा रही है. यह भी जानने की कोशिश की जा रही है कि महालक्ष्मी को जहर दिया गया था या नहीं.


परिवार गहरे सदमे में


महालक्ष्मी का शव 59 टुकड़ों में काटा गया था. जिससे स्पष्ट जाहिर है कि उसके हत्या की साजिश पूरी योजना के साथ की गई थी. महालक्ष्मी की हत्या से उसका परिवार गहरे सदमे में है. महालक्ष्मी को मां ने आखिरी बार रक्षाबंधन के त्योहार के दौरान देखा था. महालक्ष्मी की बहन ने इस भयावह कृत्य के लिए न्याय की मांग की है.