Baba Siddiqui Murder Case Update: बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर अब बड़ा खुलासा हुआ है. एनसीपी नेता और पूर्व महाराष्ट्र मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या की योजना बहुत पहले से बनाई गई थी. सूत्रों के अनुसार हमलावरों ने उनकी गतिविधियों की निगरानी लगभग दो महीने तक की. पुलिस इस मामले में 'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग' के पहलू की भी जांच कर रही है. उन्हें शक है कि अनजान मास्टरमाइंड ने हत्यारों को बिना चेतावनी के हमला करने के लिए पैसे दिए. 


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हत्यारों को कूरियर से मिला हथियार


पुलिस के अनुसार हत्यारों को 50,000 रुपये दिए गए और उन्हें हमले से कुछ दिन पहले एक कूरियर के जरिए हथियार मिला. आरोपी 2 सितंबर से कुर्ला में एक किराए के कमरे में रह रहे थे, जिसका मासिक किराया 14,000 रुपये था. उन्होंने अपनी पहचान छिपाने के लिए किराए का कमरा लिया था.


15 दिन पहले हत्या की धमकी मिली थी


पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि ये तीनों आरोपी पहले पंजाब की जेल में मिले थे. मुंबई पुलिस ने तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस से मदद मांगी है. बाबा सिद्दीकी को 15 दिन पहले हत्या की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें 'Y' श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. वे शनिवार को अपने बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस गए थे तब घात लगाए हमलावरों ने उनपर गोलियां बरसा दीं.


9.9 MM पिस्तौल से हत्या


पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को गोली तब मारी गई जब उनके कार्यालय के बाहर पटाखे छोड़े जा रहे थे. हमलावरों ने गोलीबारी के समय पटाखों की आवाज का फायदा उठाया. तीन नकाबपोश हमलावर एक कार से आए और 9.9 MM पिस्तौल से गोलियां चलाईं. कुल मिलाकर छह राउंड फायर किए गए, जिनमें से दो गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगीं.


बाबा सिद्दीकी को दो गोलियां लगीं


लीलावती अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को जब अस्पताल लाया गया, तब उनका दिल धड़कना बंद हो चुका था. उन्हें दो गोलियों के घाव थे और उन्हें 11:27 बजे मृत घोषित कर दिया गया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सरकार इस मामले को तेजी से अदालत में ले जाएगी. उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही दुखद घटना है. हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”


राजकीय अंतिम संस्कार की घोषणा


मुख्यमंत्री ने बाबा सिद्दीकी के लिए राजकीय अंतिम संस्कार की घोषणा की. बाबा सिद्दीकी ने 2004 से 2008 तक अलग-अलग विभागों के राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया और वे बॉलीवुड पार्टियों के लिए भी मशहूर थे. इस हत्या ने न केवल राजनीतिक क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है, बल्कि समाज में सुरक्षा की स्थिति पर भी सवाल उठाए हैं.