Chhota Rajan: छोटा राजन अचानक सुर्खियों में क्यों छा गया, दाऊद को लगा जोर का झटका?
Chhota Rajan News: अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उसकी चर्चा दो तस्वीरों को लेकर हो रही है. छोटा राजन इस वक्त तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी जेल में कैद है. जिन तस्वीरों के कारण राजन सुर्खियों में आया है, वे 4 साल पुरानी हैं.
Chhota Rajan News: अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उसकी चर्चा दो तस्वीरों को लेकर हो रही है. छोटा राजन इस वक्त तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी जेल में कैद है. जिन तस्वीरों के कारण राजन सुर्खियों में आया है, वे 4 साल पुरानी हैं. लेकिन इन तस्वीरों से दाऊद इब्राहिम की नींद जरूर उड़ गोई होगी. क्योंकि छोटा राजन को दाऊद इब्राहिम का सबसे बड़ा दुश्मन बताया जाता रहा है.
छोटा राजन की तस्वीरें हो रहीं वायरल
बात करें छोटा राजन की तस्वीरों की, तो दोनों ही तस्वीरें अस्पताल की लग रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि छोटा राजन कोरोना महामारी के दौरान संक्रमित हुआ था. उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एक तस्वीर में छोटा राजन स्वस्थ लग रहा है लेकिन उसने मास्क लगाया हुआ है. और दूसरी तस्वीर में छोटा राजन अस्पताल के बेड पर लेटा हुआ है.
फैली थी मौत की खबर
ये तस्वीरें तब की हैं जब फेक खबर फैली थी कि छोटा राजन की मौत हो गई है. जिसके बाद पुलिस-प्रशासन ने छोटा राजन की मौत की खबर को फेक बताया था. बता दें कि छोटा राजन फिलहाल तिहाड़ की जेल नंबर-2 में बंद है. उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है.
छोटा राजन की अपराध में एंट्री
अगर आप दाऊद इब्राहिम के बारे में जानते हैं, तो आपने छोटा राजन के बारे में भी सुना ही होगा. छोटा राजन कभी दाऊद का राइट हैंड हुआ करता था. उसका असली नाम राजेंद्र सदाशिव निकालजे है. छोटा राजन ने अपराध की दुनिया में अपनी शुरुआत फिल्मों की टिकट ब्लैक करने के साथ की थी. पुलिस कांस्टेबल के साथ मारपीट में जेल गया और बाहर आया तो 1982 में बड़ा राजन के गैंग में शामिल हो गया. बड़ा राजन के मारे जाने के बाद गैंग की जिम्मेदारी उसे मिली और तभी उसे छोटा राजन नाम भी दिया गया.
छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम
छोटा राजन की करीबी फिर दाऊद इब्राहिम से बढ़ने लगी. तब दाऊद दुबई से बड़े अपराधों को अंजाम दे रहा था. दाऊद इब्राहिम, राजन और अरुण गवली ने कुछ समय के लिए साथ काम किया. रिपोर्ट्स की मानें तो अरुण के बड़े भाई पापा गवली की ड्रग डील के कारण हत्या के बाद 1989 में राजन दुबई भाग गया और दाऊद का राइट हैंड बन गया.
दाऊद से दुश्मनी
लेकिन अपराध की ये जोड़ी ज्यादा दिनों तक नहीं चली और 1993 में मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद और राजन के रास्ते अलग हो गए. कहा जाता है कि छोटा राजन ने दाऊद के नेटवर्क के बारे में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) को भी जानकारी दी थी. जिसके बाद छोटा राजन और दाऊद के गैंग में कई बार गोलीबारी हुई. 2000 में दाऊद के राइट हैंड छोटा शकील ने बैंकॉक में छोटा राजन पर गोली चलाई थी जिसमें वह घायल भी हुआ था. लेकिन जान बचाकर वहां से भाग निकला था.
अरेस्ट और प्रत्यर्पण
25 अक्टूबर 2015 को इंडोनेशियाई पुलिस ने राजन को बाली से गिरफ्तार कर लिया. 27 साल तक कानून के शिकंजे से बचने के बाद, उसे 6 नवंबर, 2015 को भारत प्रत्यर्पित किया गया. तिहाड़ जेल में बंद राजन पर करीब 70 मामलों में सुनवाई चल रही है.