Haridwar News: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में स्थित भेल के केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य, राजेश कुमार, को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई उस समय की गई जब कुमार ने शिकायर्तकर्ता से रिश्वत की आंशिक राशि प्राप्त की.


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सीबीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी कि प्रधानाचार्य के खिलाफ एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वह विद्यालय के गार्ड, स्वीपर और माली जैसे संविदा कर्मचारियों से उनकी नौकरी जारी रखने के लिए प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये प्रति माह की मांग कर रहा था.


शिकायत के अनुसार, कुमार ने पिछले 10 महीनों के दौरान आठ कर्मचारियों के लिए कुल 80,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. हालांकि, बातचीत के दौरान, उसने रिश्वत की राशि को घटाकर 50,000 से 60,000 रुपये करने पर सहमति व्यक्त की थी.


सीबीआई ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जाल बिछाया और राजेश कुमार को 30,000 रुपये लेते हुए पकड़ा. गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई ने उसके आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली, जहाँ से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.


यह मामला सीबीआई की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम का एक और उदाहरण है, और इस मामले में जांच जारी है. सीबीआई ने इस घटना से यह संदेश देने की कोशिश की है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और ऐसे अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा जो अपनी स्थिति का दुरुपयोग करते हैं.


(एजेंसी इनपुट के साथ)