नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने नोएडा के कोट गांव से मेसर्स गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर लिमिटेड के 6 और निदेशकों को लगभग 42,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. 6 कथित आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद नोएडा, दिल्ली और देश के कई अन्य राज्यों में कई मामले दर्ज किए गए हैं.


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संयुक्त पुलिस आयुक्त, ईओडब्ल्यू ने ओपी मिश्रा ने कहा, 'आरोपी अपने पीड़ितों को एक बाइक में 62,000 रुपये का निवेश करने और 9,500 रुपये प्रति माह पाने के लिए प्रेरित करते थे. इस आकर्षक प्रस्ताव के कारण, कई पीड़ितों ने अपनी मेहनत से निवेश किया और पोंजी स्कीम में पैसा लगाया.'


आपको बता दें कि जनवरी 2019 में, कथित धोखाधड़ी कंपनी ने एक ई-बाइक (इलेक्ट्रिक बाइक) योजना शुरू की थी, जहां उन्होंने फिर से लोगों को बाइक में 1.24 लाख रुपये का निवेश करने और बदले में 1 साल के लिए 17,000 रुपये प्रति माह पाने की पेशकश की. आरोपियों व्यक्तियों ने ज्यादा निवेश करने पर अधिक रिटर्न का वादा किया.


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हालांकि पहले कथित अभियुक्तों ने निवेशकों को सुनिश्चित राशि वापस कर दी थी, लेकिन उनका विश्वास जीतने के बाद, वे फरार होने के पहले चूक गए. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सभी आरोपी निदेशक- मेरठ से विजय पाल, विशाल कुमार, विनोद कुमार व संजय गोयल और जालंधर से राजेश सिंह यादव और हरेश कुमार न्यायिक हिरासत में हैं.


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