Bulandshhar News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक 15 साल के नाबालिग बेटे ने कांस्टेबल पिता की चाकू मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि पिता ने जब कार की चाबी देने से मना कियो तो गुस्से में बेटे ने चाकू से वार कर दिया. जिससे पिता की मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.


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15 साल के बेटे ने पिता को मारा
पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की बुधवार को कथित तौर पर मामूली बात पर हुए विवाद के बाद उसके किशोर बेटे ने चाकू घोंपकर हत्या कर दी. घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के यमुनापुरम कॉलोनी में हुई. क्षेत्राधिकारी (सीओ) शंकर प्रसाद ने बताया कि पावर कॉरपोरेशन में तैनात हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार (48) की अपने बेटे से कार की चाबी को लेकर बहस हुई थी. प्रसाद ने बताया, 'कुमार के करीब 15 वर्षीय बेटे ने उससे कार की चाबी मांगी, जिसके बाद दोनों के बीच बहस हो गई. 


रास्ते में मौत
इसी बात पर बेटे ने अपने पिता पर चाकू से हमला कर दिया.' कुमार को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में नोएडा रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. सीओ ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है.


इकलौता था बेटा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण कुमार करीब चार माह पहले ही वह आगरा से तबादला होने के बाद बुलंदशहर आए थे. उनकी पत्नी सविता खुर्जा ब्लॉक के किर्रा गांव स्थित जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका के तौर पर तैनात हैं. जबकि उनका इकलौता 15 वर्षीय बेटा यमुनापुरम कालोनी स्थित डीपीएस में कक्षा 10 का छात्र है.

परिजनों ने क्या बताया?
परिजनों के मुताबिक, बुधवार शाम करीब चार बजे आरोपी बेटे ने पिता से बाइक की चाबी मांगी, लेकिन पवन कुमार ने चाबी देने से इनकार कर दिया. जिसके चलते दोनों के बीच बहस और कहासुनी हो गई. इसके बाद आरोपी छात्र गुस्सा होकर रसोई घर में गया और चाकू निकालकर पिता के दिल पर वार कर दिया. एक वार के बाद ही पवन कुमार जमीन पर गिर पड़े. मकान में मौजूद पवन कुमार की पत्नी मौके पर पहुंची और आरोपी बेटे के हाथ में चाकू और खून से लथपथ पवन कुमार को जमीन पर पड़ा देखकर चिल्ला पड़ी.


गलत संगत में बर्बाद हो गया था बेटा
बेटे के बारे में परिजनों ने बताया कि पवन कुमार का इकलौता बेटा था, जो गलत संगति में पड़ गया था. पवन कुमार की आगरा में तैनाती के कारण आरोपी अकसर रात के समय घर से बिना बताए लापता रहता था. इसका कई बार पवन कुमार और उनकी पत्नी ने विरोध किया, लेकिन आरोपी बेटे के व्यवहार में सुधार नहीं हुआ. जिसके चलते पवन कुमार ने आगरा से बुलंदशहर अपना तबादला कराया था, ताकि वह बेटे को बुरी संगति से बचा सकें. पिता ने कभी सोचा ही नहीं होगा कि जिस बेटे की जिंदगी बनाने के लिए उन्होंने तबादला कराया था, वही बेटा उनकी जान ले लेगा.