Shootout at Sultanpur Vinod Upadhyay encounter: यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में शुक्रवार तड़के तकरीबन साढ़े तीन बजे एक लाख का इनामी माफिया विनोद उपाध्‍याय मारा गया. मूलरूप से अयोध्या जिले के माया बाजार स्थित उपाध्याय के पुरवा का निवासी माफिया विनोद उपाध्याय यूपी के 61 माफियाओं की सूची में शामिल था. विनोद का नाम गोरखपुर जिले के टॉप 10 माफियाओं की लिस्ट में शुमार था. उस पर गोरखपुर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था. विनोद की धरपकड़ के लिए चलाए गए ऑपरेशन के दौरान वो मारा गया. एसटीएफ की टीम का नेतृत्व डीएसपी दीपक सिंह कर रहे थे.


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35 मुकदमों था आरोपी


आपको बताते चलें कि शार्प शूटर विनोद कुमार उपाध्याय अपना एक संगठित गिरोह बनाकर गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर, लखनऊ में कई सनसनीखेज हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुका था. विनोद पर इन जिलों में 35 मुकदमे चल रहे थे. लेकिन उसे एक भी मामले में सजा नहीं मिली थी.


राजनीति में घुसने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहा


यूपी के पूर्वांचल के कई जिलों में दहशत का पर्याय रहे विनोद उपाध्याय ने 2007 में बीएसपी (BSP) से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो हार गया था. उसने भी अन्य बाहुबलियों की तरह राजनीति में एंट्री लेनी की कोशिश की लेकिन असफल रहा. इसके बाद उसने जरायम की दुनिया पर फोकस किया और एक के बाद एक कई अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया.