Where is Shaista Parveen: शाइस्ता परवीन, ये नाम आप भूले तो नहीं? 1 साल पहले ये नाम खूब सुर्खियों में था. धीरे-धीरे इस नाम की चर्चा बंद हो गई. मगर अचानक इसकी चर्चा फिर शुरू हो गई है. शाइस्ता परवीन अतीक अहमद की पत्नी है, जो उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरार है. पुलिस ने शाइस्ता को माफिया घोषित किया हुआ हुआ है. उस पर पहले 25 हजार और अब 50 हजार का इनाम है. 


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गुरुवार को ही शाइस्ता की तलाश में छापेमारी की गई. पुलिस को सूचना मिली कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की पत्नी ज़ैनब..दोनों प्रयागराज में हैं, जिसके बाद पुलिस की अलग-अलग टीमों ने अतीक के करीबियों के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. लेकिन उन्हें वहां कुछ नहीं मिला और खाली हाथ ही पुलिस वापस लौट गई. हर बार की तरह इस बार भी शाइस्ता की लोकेशन तो मिली मगर..शाइस्ता का कोई पता नहीं चला.  


फिर पुलिस को गच्चा दे गई शाइस्ता


1 साल से ज्यादा का समय बीत गया मगर बुर्के के अंदर छिपी अतीक की पत्नी अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आई है. शाइस्ता परवीन की लोकेशन तो मिलती है, मगर शाइस्ता नहीं मिलती. वो हर बार पुलिस को चकमा देकर भाग जाती है. इस बार भी यही हुआ. पुलिस को सूचना मिली कि शाइस्ता परवीन और अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब दोनों प्रयागराज में है. खबर मिलते ही पुलिस ने प्रयागराज के चकिया और हटवा गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया. अतीक के करीबियों के घरों की तलाशी ली गई 
चकिया आने जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग की गई..मगर शाइस्ता हाथ नहीं आई.  


अतीक के अपराधों में बराबर की भागीदार


ये पहला मौका नहीं जब..शाइस्ता की तलाश में छापे मारे गए हों. इस लेडी माफिया को पकड़ने के लिए पुलिस उत्तरप्रदेश के कई शहरों में जा चुकी है. गुजरात के अहमदाबाद भी पुलिस गई . महाराष्ट्र में भी दबिश दी गई. हरियाणा में भी छापेमारी हुई. दिल्ली तक भी टीम गई. मगर फिर भी पुलिस को शाइस्ता का कोई सुराग नहीं लगा. शाइस्ता को सिर्फ अतीक की पत्नी होने की वजह से टारगेट नहीं किय़ा जा रहा. दरअसल, अतीक के काले कारनामों में शाइस्ता भी उसका बखूबी साथ देती थी. 


उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल


अतीक की माफिया बेगम पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं. उस पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप भी लगा. अतीक ने साबरमती जेल से उमेश के कत्ल का जो प्लान बनाया था, उसे अंजाम तक पहुंचाने में शाइस्ता ने अहम रोल निभाया. अब इतना सबकुछ करने के बाद भी शाइस्ता खुली हवा में सांस ले रही है. माना जा रहा है अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से शाइस्ता ही चोरी-छिपे उसके बिजनेस को चला रही है.


पुलिस के लिए बनी साख का सवाल


हत्याकांड के बाद शाइस्ता अतीक के जनाजे में भी नहीं पहुंची. सूत्रों के मुताबिक, उसने प्रयागराज के बिल्डरों को फोन करके रहने की सुरक्षित जगह मुहैया कराने को कहा. मगर फंसने के डर से किसी ने मदद नहीं की. उसके बाद से ही शाइस्ता बार-बार अपनी लोकेशन बदल रही है. 1 साल से ज्यादा का वक्त बीत गया मगर शाइस्ता पुलिस की गिरफ्त से दूर है. 1 साल से शाइस्ता क्या कर रही है. ये किसी को नहीं मालूम. माफिया की बेगम की गिरफ्तारी अब पुलिस के लिए साख का सवाल है. यही वजह है कि शाइस्ता को पकड़ने के लिए आए दिन छापेमारी होती है. 


(रिपोर्ट विशाल रघुवंशी)