Kanpur Mama Bhanja Restaurant News: अगर आप प्योर वेजिटेयन है और किसी वेज रेस्टोरेंट में जाते हैं. लेकिन आपको कैसे चलता है कि वो रेस्टोरेंट केवल वेज खाने ही देता है. आपका जवाब होगा कि आप रेस्टोरेंट के ऊपर लिखा देखते हैं प्योर वेजिटेरियन. यही उस रेस्टोरेंट की पहचान है. लेकिन सोचिए जरा एक रेस्टोरेंट लिखता है...वेज रेस्टोरेंट और खाना अंदर नॉन वेज देता है.


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ये बात यही खत्म नहीं होती है. उस रेस्टोरेंट का मालिक लोगों को धोखा देने के लिए तिलक लगाता है, जिससे कि वो हिंदू दिखे लेकिन बाद में पता चलता है कि वो मुस्लिम है. सवाल ये है ऐसा क्यों है. आपको अपनी पहचान बताने में दिक्कत क्या है और पहचान छुपाकर क्या ये फूड जिहाद नहीं हो रहा है. ये सारा आरोप कानपुर के एक रेस्टोरेंट पर लगा हैऔर उसके बाद रेस्टोरेंट पर बुलडोजर वाली कार्रवाई हुई है.


मामा-भांजे रेस्टोरेंट हुआ जमींदोज 


कानपुर का रेस्टोरेंट मामा-भांजा. फिल्मी स्टाइल में अलग अंदाज में रेस्टोरेंट का नाम है. फिर नीचे बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है वेज क़ॉर्नर....मतलब यहां केवल वेज खाना ही मिलता है. इसी पोस्टर पर रेस्टोरेंट मालिक ने अलग दिखने के लिए एक टैग लाइन या यूं कहिए पंच लाइन लिखी है. अच्छा खाओ और अच्छा खिलाओ.


सामान्य से दिखने वाले इस रेस्टोरेंट पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से गिरा दिया गया है क्योंकि इसके मालिक पर कई आरोप लगे हैं. ग्राहकों के भगवान मानने वाले इस देश में जिधर देखो उधर ही फ्रॉड हो रहा है और ऐसा ही फ्रॉड इस रेस्टोरेंट का मालिक कर रहा था.


मुबीन अहमद हिंदू नाम से चला रहा था रेस्टोरेंट


दरअसल इस रेस्टोरेंट पर लिखा तो है वेज कॉर्नर लेकिन इस पर पहला आरोप ये लगा है कि यहां चुपचाप नॉनवेज खाना दिया जाता था. दूसरा और बड़ा आरोप ये लगा है कि इस रेस्टोरेंट के मालिक मुबीन अहमद अपनी पहचान छिपाकर हिंदू नाम से इस को रेस्टोरेंट चला रहा था. मुबीन अहमद पर आरोप लगा है कि वो अपनी पहचान छिपाने के लिए तिलक लगाता था.


बुलडोजर चलाकर बंद करवा दिया रेस्त्रां


दरअसल इस रेस्टोरेंट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने इस धोखाधड़ी का खुलासा किया था. उसके बाद बजरंग दल और स्थानीय लोगों ने रेस्टोरेंट मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए इसे तुरंत बंद करने की मांग की थी. इसके बाद प्रशासन ने इस मामले में बुलडोजर कार्रवाई करते हुए रेस्टोरेंट को बंद कर दिया .


क्यों चल रहा ये फूड जिहाद?


लेकिन सवाल वही है कि आखिर ये पहचान छिपाने की साजिश क्यों. क्या ये भी जिहाद का हिस्सा नहीं है. क्या ये वेज खाने वालों को नॉनवेज खिलाने की साजिश नहीं है और क्या ये उन नियमों का उल्लंघन नहीं है, जिसमें योगी सरकार ने राज्य के सभी ढाबों, होटलों, रेस्टोरेंट पर मालिक का नाम अनिवार्य रूप से लिखने का निर्देश दिया था.