अगर आपके अंदर हैं ये खूबियां, तो काउंसलर के तौर पर बना सकते हैं बेहतरीन करियर, ये रही कोर्स और प्रोफाइल डिटेल्स
Career In Counseling: आज हर जगह किसी भी कारोबार की ग्रोथ और प्रॉपर संचालन के लिए काउंसलिंग की जरूरत होती है. पूरी दुनिया के साथ ही अब भारत में इस फील्ड में बेहतर करियर की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए कई बेहतरीन करियर ऑप्शन्स अवेलेबल हैं.
How to Become A counselor In India: अगर आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या किसी भी परिचित को उसके एकेडमिक, करियर या पर्सनल लाइफ की प्रॉब्लम में कोई ऐसी उपयोगी सलाह दी है, जिसके जरिए उस शख्स ने अपनी प्रॉब्लम को आसानी से सॉल्व कर लिया हो. इसके अलावा आपकी किसी अच्छी सलाह ने किसी की लाइफ में नया उत्साह भर दिया हो और वह व्यक्ति एक नई आशा और विश्वास के साथ जिंदगी को नए नजरिए से देखने लगा हो, तो यकीन मानिए यह केवल उन लोगों के लिए ही बेहतर नहीं है, बल्कि आपके लिए भी करियर का एक नया रास्ता खोलता है.
जी हां, अगर आपके अंदर यह खूबी है तो आप एक सफल काउंसलर बन सकते हैं. काउंसलर अपने क्लाइंट्स के लिए योग्य सलाहकार की तरह साबित हो सकता है. आज हम आपको काउंसलिंग में करियर की बेहतर संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं.
जरूरी वर्किंग स्किल्स
इस प्रोफेशन में क्लाइंट्स/पेशेंट्स की बात और प्रॉब्लम को एकाग्रता से सुनना जरूरी है.
काउंसलर के पास बेहतरीन इंटरव्यू स्किल होनी जरूरी है.
संवेदना इस प्रोफेशन का आधार है, यानि कि अपने क्लाइंट्स की परेशानी को अपनी परेशानी समझे.
अपने क्लाइंट्स को उनकी प्रॉब्लम, सेहत से जुड़े मामलों को अच्छी तरह समझाना आना चाहिए.
डिप्रेशन या सुसाइडल टेंडेसी से जूझ रहे लोगों के साथ मानवीय आधार पर डील करते आना, काउंसलर के लिए सबसे जरूरी वर्किंग स्किल है.
क्लाइंट्स के केस डील करते समय आपके अंदर भरपूर आत्मविश्वास होना चाहिए.
लेटेस्ट करियर अपडेट्स होना जरूरी है.
योग्यता
12 वीं के बाद स्टूडेंट्स विभिन्न सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और बैचलर/मास्टर डिग्री कोर्सेज कर सकते हैं. स्टूडेंट्स काउंसलिंग की फील्ड में कुछ एजुकेशनल कोर्सेज कॉरेस्पोंडेंस या डिस्टेंस लर्निंग के जरिए भी कर सकते हैं.
इंडिया में काउंसलिंग के एकेडमिक कोर्सेज
1.सर्टिफिकेट – काउंसलिंग
2.डिप्लोमा – एजुकेशनल काउंसलिंग
3.बीए/बीएससी – साइकोलॉजी/एप्लाइड साइकोलॉजी
4.एमए/एमएससी - साइकोलॉजी/एप्लाइड साइकोलॉजी/काउंसलिंग साइकोलॉजी
5.एमएड – गाइडेंस साइकोलॉजी
6.एमएससी – साइकोलॉजिकल काउंसलिंग/काउंसलिंग एंड साइकोथेरेपी
7.एमफिल – गाइडेंस एंड काउंसलिंग
8.पीजी डिप्लोमा – काउंसलिंग साइकोलॉजी/गाइडेंस एंड काउंसलिंग/साइकोलॉजिकल काउंसलिंग
9.पीएचडी – काउंसलिंग/काउंसलिंग साइकोलॉजी
इन इंस्टीट्यूट्स से करें काउंसलिंग कोर्सेज
1.दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
2.जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
3.नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ पब्लिक कोऑपरेशन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट, नई दिल्ली
4.नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT), नई दिल्ली
5.महाऋषि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक
6.बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, बनारस
7.टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज, मुंबई
8.पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
9.अलीगढ़ यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
10.क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
करियर ऑप्शन्स
एजुकेशनल एंड करियर गाइडेंस काउंसलर
स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ में स्टूडेंट्स को एजुकेशन, फ्यूचर करियर गोल्स के लिए गाइड करना. इसके अलावा स्टूडेंट्स को उनकी पर्सनल, एकेडमिक और बिहेवियर प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए उपयोगी परामर्श देते हैं.
करियर काउंसलर
स्टूडेंट्स, फ्रेशर्स और विभिन्न प्रोफेशनल्स को उनके टैलेंट, एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और इंटरेस्ट के अनुसार सही करियर ऑप्शन चुनने में हेल्प करते हैं और करियर से जुड़ी प्रॉब्लम्स सॉल्व करते हैं.
मैरिज एंड फैमिली काउंसलर
मैरिज और फैमिली से संबंधित सभी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के लिए क्लाइंट्स को उपयोगी सलाह देते हैं.
हेल्थ काउंसलर
हेल्थ काउंसलर पेशेंट्स और उनके केयरटेकर्स को बीमारियों, दवाई की खुराक और डाइट से जुड़े परामर्श देते हैं. इसके अलावा हेल्दी क्लाइंट्स को डाइट प्लान या फिजिकल फिटनेस के बारे में जरूरी सलाह देते हैं.
मेंटल हेल्थ काउंसलर
मानसिक रोगियों या दिमागी तौर पर अस्थिर लोग जैसे डिप्रेशन, स्ट्रेस, एनजायटी और सुसाइडल टेंडेंसी वाले लोगों को उपयोगी सलाह देते हैं.
रिहैबिलिटेशन काउंसलर
दिव्यांग या मानसिक रूप से दुखी व्यक्तियों के पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
ड्रग एब्यूज़ काउंसलर
नशा-मुक्ति केंद्रों में हानिकारक नशों की लत को छोड़ने में अपनी काउंसलिंग के जरिए लोगों का जीवन संवारते हैं.
सैलरी पैकेज
इंडिया में इस फील्ड में शुरुआत में आप 30-40 हजार रुपये महीना कमा सकते हैं. इसके बाद क्वालिफिकेशन और वर्क एक्सपीरियंस के मुताबिक सैलरी में इजाफा होता रहता है.
काउंसलर्स जो प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं उन्हें काउंसलिंग सेशन के अनुसार 500 से 2000 रुपये तक फीस मिलती है.
एक्सपीरियंस बढ़ने पर इस फील्ड में 80 हजार रुपये महीने की सैलरी पा सकते हैं.