बिना कोचिंग क्रैक किया UPSC, हासिल की देश भर में दूसरी रैंक और बनीं टॉपर, जानें क्या थी स्ट्रेटेजी
Garima Lohia UPSC Success Story: जब से बिहार की बेटी गरिमा लोहिया ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है, तब से दूर-दूर से लोग उन्हें बधाई देने आ रहे हैं.
Garima Lohia UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है, जिसमें बिहार के बक्सर जिले की रहने वाली गरिमा लेहिया ने दूसरा स्थान हासिल किया है. गरिमा लेहिया ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 सेकेंड टॉपर बनकर बिहार का नाम रोशन किया है. गरिमा की इस सफलता की सूचना मिलते ही दूर-दूर से लोग उन्हें बधाई देने के लिए आ रहे हैं.
इन्हें दिया सफलता का श्रेय
गरिमा ने अपनी इस सफलता की सारा श्रेय अपनी मां सुनीता देवी को दिया है. दरअसल, आज से 8 साल पहले ही गरिमा के पिता स्व. नारायण प्रसाद लोहिया की मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद पूरे परिवार को गरिमा की मां सुनीता देवी ने ही संभाला है. गरिमा की मां बताती हैं कि गरिमा ने कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई वाराणसी के सनबीम से पूरी की है. कक्षा 12वीं पूरी करने के बाद गरिमा दिल्ली आ गई और यहां आकर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज में एडमिशन ले लिया. साल 2020 में कोविड महामारी के आ जाने के बाद लास्ट सेमेस्टर की परीक्षा से पहले ही गरिमा को अपने घर बिहार वापस आना पड़ा.
बिना कोचिंग क्रैक की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा
इसके बाद गरिमा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की सोची. गरिमा ने बिना किसी कोचिंग के ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. गरिमा परीक्षा के लिए रोजाना करीब 15 घंटे पढ़ा करती थी. हालांकि, पहले प्रयास में गरिमा प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई थीं, लेकिन अपने दूसरे प्रयास में गरिमा सीधे सेकेंड टॉपर बन गई.
ये थी गरिमा की स्ट्रेटेजी
गरिमा कहती है कि, "मैंने घर पर रहकर ही पढ़ाई की. मैं रात के 9 बजे से सुबह के 9 बजे तक पढ़ा करती थी, क्योंकि उस समय कोई परेशानी नहीं होती थी, और उस समय शांति भी रहती थी, जिससे पढ़ाई करना थोड़ा आसान रहता था."