How Shape of Clouds Changes: जब भी कभी आसमान में बहुत सारे बादल इकट्ठा होते हैं तो इन बादलों के बीच हमें ढेरों आकृतियां बनी नजर आती हैं. अक्सर ऐसा बारिश के मौसम में होता है. कभी इन बादलों में घोड़ा बना नजर आता था तो कभी कोई पक्षी. क्या कभी आपके मन में यह सवाल उठा है कि आखिर ऐसा कैसे होता होगा? आइए जानते हैं कि इसके पीछे की साइंस क्या है और ये बादल कैसे इतनी अलग-अलग आकृतियां बना लेते हैं...


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बादल कैसे बनते हैं?
पानी हमेशा हवा में भाप के रूप में मौजूद रहता है, जब यह वाष्प ठोस में बदल जाती तो इसके कण प्रकाश को बिखेर देते हैं और इसके कारण ही ये बादलों के रूप में हमें नजर आते हैं.


ऐसे बदलता है बादलों का आकार
कभी न कभी तो आपके भी मन में यह सवाल आया ही होगा कि आखिर बादलों का आकार बनता कैसे है? आपको बता दें इसके पीछे टेम्प्रेचर, घनत्व और गति होती है, जिसके कारण आसमान में बादलों की अजीबोगरीब आकृतियां बनती हैं.


बादलों के प्रकार
आसामान में दिखाई देने वाले सभी बादल एक जैसे नहीं होते. ये बादल दो तरह के होते हैं. पहला है क्यूम्यलस बादल, जो कि कॉटन की तरह थोड़े फूले हुए होते हैं, हालांकि, क्यूम्यलस बादल वातावरण में कम ही बनते हैं. इन हीं बादलों को कपासी बादल भी कहा जाता है, क्योंकि ये बादल ऐसे नजर आते हैं जैसे खेत में सफेद कपास बिखरा पड़ा हो. दूसरा होते हैं क्यूम्यलोनिम्बस बादल


क्यूम्यलोनिम्बस बादल
ये तब बनते हैं जब वाष्प पानी में बदलती है और इस क्रिया में गर्मी पैदा होती है. जब वायुमंडल में स्थितियां इसके प्रतिकूल होती हैं तो यह गर्मी बादल में तब्दील हो जाती है. ये बादल काले होते हैं, जिन्हें बारिश वाले बादल कहते हैं. इन बादलों सेही बिजली की कड़क भी होती है.


छोटे बादल
ये आसमान में काफी ऊपर होते हैं, जो छोटे-छोटे गुच्छों में दिखाई देते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये बादल आसमान में 5,000 मीटर की ऊंचाई तक होते हैं. वहीं, कई बार ये बादल 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर भी नजर आते हैं.