New Education Policy-Jaadui Pitara: हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत हैं. इसी क्रम में एजुकेशन सिस्टम को अधिक बेहतर बनाने के लिए सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 लागू की थी. इसके तहत कई प्रकार के बदलाव किए जा रहे हैं, तो कुछ नए नियम बनाए जा रहे हैं. एजुकेशन सिस्टम में किए जा रहे बदलावों के इस क्रम में अब स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए एक नया स्टडी मटेरियल जारी किया गया है.


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इस स्टडी मटेरियल को 'जादुई पिटारा' (Jaadui Pitara) नाम दिया गया. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने इस 'जादुई पिटारा' को (Jaadui Pitara Launched) लॉन्च किया. आइए जानते हैं कि इस जादुई पिटारे को लॉन्च करने के पीछे सरकार का क्या मकसद है. 


ये हैं जादुई पिटारा लॉन्च करने के उद्देश्य 
1. नई शिक्षा नीति के तहत 3 साल से लेकर 8 साल तक के बच्चों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ अब नई-नई बातें भी सिखाई जाएंगी. एलिमेंट्री लेवल के बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जगाने के मकसद से जादुई पिटारा जारी किया गया है, यह बच्चों के लिए बेहद मददगार साबित होगा. 


2. जादुई पिटारा के तहत छोटे स्कूली बच्चों के लिए खिलौने, कठपुतलियां, दिलचस्प कहानियां उनकी मातृभाषा में उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वे खेल-खेल में आसानी से बहुत कुछ नया सीख सके. इतना ही नहीं इस पिटारे में खेल, चित्रकला, डांस और म्यूजिक पर आधारित शिक्षा भी बच्चों को दी जाएगी.


3. देश की शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 लाई गई थी. जिसके तहत लगातार कार्य किया जा रहा है. नई शिक्षा नीति के तहत लाए गए इस पिटारे का उद्देश्य बच्चों का सर्वागिंण विकास करना है. इसमें सिर्फ किताबी ज्ञान ही शामिल नहीं है. बच्चों को पढ़ाने के लिए इसमें कई अन्य चीजें शामिल की गई हैं. 


जादुई पिटारा अवेलेबल हैं 13 भारतीय भाषाओं में 
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर जादुई पिटारा के बारे में जानकारी शेयर की है. उन्होंने कहा है कि नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत विकसित जादुई पिटारा 13 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. इसके जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा के अनुरूप, खेल-खिलौनों, कहानियों-पहेलियों, संगीत, नृत्य, चित्रकला और जीवंतता से भरपूर वातावरण से अब नौनिहालों के भविष्य की तैयारी होगी.


सिलेबस
जादुई पिटारे को तैयार करने के लिए एनसीएफ और एनसीईआरटी की सहायता ली गई है. जादुई पिटारा का सिलेबस एनसीईआरटी ने तैयार किया है.