स्टाकहोम: साल 2021 का साहित्य नोबेल पुरस्कार तंजानियाई लेखक और उपन्यासकार अब्दुलराजक गुरनाह  (Abdulrazak Gurnah) को दिया गया है. स्वीडिस एकेडमी ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए इस मौके पर कहा कि अब्दुलराजक गुरनाह ने अपनी लेखनी के जरिए उपनिवेशवाद के प्रभावों, संस्कृतियों को लेकर काफी कुछ लिखा है.  ''उपनिवेशवाद के प्रभावों को बिना समझौता किये और करुणा के साथ समझने में'' उनके योगदान के लिए उन्हें पुरस्कार दिया जा रहा है.


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जानिए कौन हैं अब्दुलरजाक गुरनाह?
अब्दुलरजाक गुरनाह जांजीबार में जन्मे और इंग्लैंड में रहते हैं. वो इंग्लैड में ही यूनिवर्सिटी ऑफ केंट में प्रोफेसर हैं. उनके उपन्यास ''पैराडाइज'' को 1994 में बुकर पुरस्कार के लिए चयनित किया था. 


नोबल पुरस्कार के रूप में क्या दिया जाता है?
बता दें कि नोबेल पुरस्कार के तहत गोल्ड मेडल, एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (तकरीबन 8.20 करोड़) रुपये की राशि दी जाती है. स्वीडिश क्रोनर स्वीडन की मुद्रा है. यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है.



2020 में लुईस ग्लूक को मिला था नोबेल
इससे पहले साल 2020 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लूक को मिला था. लुईस येल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर हैं. उनकी कविताएं प्राय: बाल्यावस्था, पारिवारिक जीवन, माता-पिता और भाई-बहनों के साथ घनिष्ठ संबंधों पर केंद्रित हैं.