Best Career Options: मैथ्स के स्टूडेंट्स 12th के बाद नहीं करना चाहते इंजीनियरिंग, तो और भी हैं शानदार विकल्प, जानें
Best Career Options After 12th: ऐसे स्टूडेंट्स जो 12वीं क्लास में मैथ्स पढ़ रहे हैं. उनके पास इंजीनियरिंग ही नहीं, बल्कि करिअर के और भी कई ऑप्शन्स अवेलेबल हैं. हमारे रोजाना के लगभग हर कामकाज में कुछ हद तक मैथ्स शामिल होता ही है. वहीं, मैथ्स स्किल्स करियर के लिए बहुत जरूरी सब्जेक्ट है. खासतौर पर साइंस, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के लिए. हालांकि, कुछ प्रोफाइल में मैथ्स की डिग्री ना हो तो भी बेसिक मैथ्स जरूरी होता है - जैसे होटल मैनेजमेंट, मास मीडिया, एनिमेशन, रिटेल, लॉजिस्टिक्स आदि. वहीं, कुछ बिजनेस में एडिशन, सब ट्रैक्शन, जटिल अलजेब्रा और स्टेटिस्टिक्स का इस्तेमाल किया जाता है. आज हम आपके लिए करियर से जुड़े कुछ बेहतर ऑप्शन लेकर आए हैं, जिनमें आप किन सब्जेक्ट के साथ कॉम्बिनेशन में मैथ्स पढ़ सकते हैं और उससे जॉब के क्या ऑप्शंस होंगे आदि के बार में जानकारी दी जा रही है.
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन - मैथ्स के साथ इकोनॉमिक्स/स्टेटिस्टिक्स
एक्चुरियल साइंस की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स इंश्योरेंस रिस्क, इंश्योरेंस प्रीमियम और इंश्योरेंस कंपनियों के मैनेजमेंट संबंधित काम कर सकते हैं. वे बड़ी से बड़ी समस्याओं को दूर करके कंपनी की पॉलिसी डेवलप करने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं.
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन - मैथ्स के साथ कंप्यूटर साइंस
कम्प्यूटेशनल मैथमेटिकल कंप्यूटर, साइंस और मैथ्स एक फ्यूजन है. इसकी पढ़ाई से स्टूडेंट्स में स्ट्रॉन्ग प्रॉब्लम सॉल्विंग, एनालिटिकल एंड प्रोग्रामिंग स्किल्स बढ़ती है. ऐसे स्टूडेंट्स साइंस और मैथ्स फील्ड के हर पॉसिबल करिअर में काम कर सकते हैं. स्टूडेंट्स करिअर इन कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, बिजनेस, मेडिकल रिसर्च , कैंसर मॉडलिंग, क्लाइमेट फोरकास्टिंग और फाइनेंशियल मॉडलिंग में करियर बना सकते हैं.
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन- मैथ्स के साथ फाइनेंस
ऐसे स्टूडेंट्स एक इन्वेस्टमेंट बैंकर, स्टॉक मार्केट एनालिस्ट, रिस्क एनालिस्ट, इंटरनेशनल सिक्योरिटी एनालिस्ट, स्टैटिस्टिक्स, इंश्योरेंस पॉलिसी डेवलपर आदि प्रोफाइल पर काम कर सकते हैं.
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन - मैथ्स के साथ मनोविज्ञान
साइकोलॉजी में किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है. पेशेंट से जुड़ी डेटा जुटाने और उस पर स्टैटिस्टिकल एनालिसिस करने में काफी वक्त लग जाता है. अब ये पूरा काम सॉफ्टवेयर के जरिये किया जाता है. ऐसे में इस सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन से बढ़ने वाले स्टूडेंट्स मैथमेटिकल और कंप्यूटर मॉडल के साथ ह्यूमन बिहेवियर को समझ सकते हैं. इसमें आगे फ्यूचर बहुत ब्राइट हो सकता है.
सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन - मैथ्स के साथ बिजनेस मैनेजमेंट
ऑनलाइन हो या ऑफलाइन इस दौर में बिजनेस को आगे बढ़ाना और फ्यूचर की संभावनाओं को तलाशना बिजनेस एनालिटिक्स का काम होता है. आजकल हर कंपनी में बिजनेस एनालिस्ट की जरूरत होती है