IAS Exam Success Tips: यूपीएससी की तैयारी के ये 7 तरीके अपनाते हैं IAS, IPS Toppers
IAS Exam Success Tips: देश के हर भारतीय युवा का यह सपना होता है कि वह यूपीएससी की तैयारी करके उसमें सफलता हासिल करें और देश के सवोच्च प्रशासनिक पदों पर सेवा दे सकें. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हर साल देश के लगभग 10 लाख युवा सिविल सेवा सर्विसेज की तैयारी करते हैं. इन लाखों लोगों में से केवल 800 कैंडिडेट्स ही अपना सपना पूरा कर पाते हैं. इसके बाद असफल युवा वापिस इसकी तैयारी में जुट जाते हैं और साल-दर-साल यह सिलसिला चलता रहता है. वहीं, बार-बार मिलने वाली असफलता युवाओं को निराश करती हैं और वे तैयारी करना छोड़ देते हैं. दरअसल, सिविल सेवा परीक्षा में केवल अभ्यर्थी का ऐकेडमिक लेवल नहीं देखा जाता, बल्कि उसका दृढ़ संकल्प, मानसिक दृढ़ता और धैर्यता को भी परखा जाता है. अगर आप पहली बार में यूपीएससी का एग्जाम क्रैक करना चाहते हैं तो आपको सही रणनीति बनानी होगी. इसके लिए हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहे हैं...
जितनी जल्दी हो सके तैयारी शुरू कर दें
सबसे पहले आप अपना उद्देश्य स्पष्ट करें. अगर यूपीएससी क्रैक करना चाहते हैं तो बैचलर डिग्री के पहले साल में ही तैयारी शुरू कर देना चाहिए. इससे शुरुआती वर्षों में ही आपको अपना नजरिया स्पष्ट हो जाता है. सिलेबस याद करके आपको लंबी तैयारी के लिए मेंटली प्रिपेयर हो जाते हैं.
सही गाइडेंस है जरूरी
यूपीएससी की तैयारी में कैंडिडेट्स को कई वर्षों तक पसीना बहाना पड़ता है. इसका सिलेबस इतना बड़ा है कि युवा कई बैर भटक जाते हैं. ऐसे में सही गाइडेंस मिलने से फिजूल बातों पर ध्यान नहीं जाता और लक्ष्य पाना आसान होता है.
तैयार करें स्पष्ट रणनीति
यूपीएससी क्लियर करने के लिए स्पष्ट रणनीति और योजना होना बेहद जरूरी है. कितना समय किस सब्जेक्ट को देना है, किस विषय को कितने समय तक कंप्लीट करना है, सिलेबस और रिविजन को लेकर सटीक और व्यवहारिक रणनीति तैयार करें.
लिमिटेड हो स्टडी मटेरियल
यूपीएससी की तैयारी के क्षेत्र में स्टडी मटेरियल का भंडार है. ऑफलाइन और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स किताबों और नोट्स से भरे पड़े हैं. ऐसे में लिमिटेड और अच्छी अध्ययन सामग्री का चयन करें.
रेग्यूलर रिविजन है सबसे जरूरी
यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवा अक्सर सिलेबस के विभिन्न टॉपिक्स कंप्लीट करते जाते हैं, लेकिन समय-समय पर रिविजन नहीं करते, जिससे कारण भूलने लगते हैं कि क्या पढ़ा था. ऐसे में नियम बना लें कि जितना पढ़ा है, उसे हफ्ते में, 15 दिन और महीने में रिवाइज कर लें.
अपना टेस्ट खुद लें
नियमित तौर पर खुद को परखना जरूरी है. प्रीलिम्स के लिए सप्ताह में एक बार टेस्ट लिखें. धीरे-धीरे इस बढ़ाकर दो या तीन बार करें. मेन्स के लिए हर दिन एक आंसर समय, पहलू और विविधता पर ध्यान केंद्रित करते हुए लिखे.
पॉजिटिव अप्रोच रखें और सेहतमंद रहें
यूपीएससी की तैयारी के दौरान कैंडिडेट्स कई बार निराश हो जाते हैं, क्योंकि यह एक लंबी और थका देने वाली यात्रा होती है. ऐसे में दिमाग और शरीर कोआराम देने के लिए ध्यान, योग और थोड़ी एक्सरसाइज करें. हमेशा सकारात्मक विचारों से लबरेज रहें.