Suchiter Sharma Success Story: आज हम आपको भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक बसे एक गांव सालेहर के रहने वाले सुचितर शर्मा की सक्सेस के बारे में बताएंगे, कि कैसे उन्होंने ग्रेजुएशन खत्म करने के महज 6 दिन बाद ही यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर डाली और कैसे देश के सबसे कम उम्र के ऑफिसर बन गए. 


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बता दें कि सुचितर शर्मा जम्मू के बिश्नाह तहसील के सीमावर्ती गांव सालेहर के रहने वाले हैं. उनके पिता का नाम मदन लाल शर्मा व माता का नाम रितु मंगोत्रा है, जो पेशे से एक टीचर भी हैं. 


सुचितर साल 2020 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए थे. परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 146वीं रैंक हासिल की थी. जिस समय सुचितर ने यह परीक्षा पास की थी वे महज 21 से 22 साल के थे, जिस कारण वे यह परीक्षा पास पास करने वाले उस साल सबसे कम उम्र के उम्मीदवार थे.


सुचितर ने अपनी स्कूलिंग आर्मी पब्लिक स्कूल रत्नूचक जम्मू से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने जम्मू के जीजीएम विज्ञान कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी. यहां उन्होंने बॉटनी, जूलॉजी और जियोलॉजी जैसे विषयों के साथ 86% अंक हासिल करते हुए अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी. सुचितर ने कक्षा 12वीं में ही ठान लिया था कि वे कॉलेज से निकलते ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होंगे, इसलिए उन्होंने परीक्षा की तैयारी भी कॉलेज में रहते हुए ही शुरू कर दी थी और कॉलेज से निकलते के साथ ही महज 6 दिन बाद यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए. इस परीक्षा को पास करने के बाद वे मेंस और इंटरव्यू में भी शामिल हुए, जिसे क्रैक करने के बाद वे IRS (IT) ऑफिसर बन गए.


सुचितर कहते हैं कि वे इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व अपनी कजिन सिस्टर आईएएस प्रयासी शर्मा को देते हैं. उन्होंने कहा कि माता-पिता के आशिर्वाद और बहन के मार्गदर्शन की बदौलत ही वह इस मुकाम को हासिल कर पाए हैं.