नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एक कैदी, जिसे शाहजहांपुर की अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाई गई है, उसने यूपी बोर्ड की कक्षा 10वीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास की है. मीडिया रिपोर्टेस के जरिए मिली जानकारी के अनुसार, जिला कारागार शाहजहांपुर के जेल अधीक्षक बी.डी. पांडेय ने बताया कि जिले की एक अदालत ने पांच साल के मासूम की हत्या के मामले में मनोज नाम के व्यक्ति को फांसी की सजा सुनाई थी. सजा सुनाए जाने के बाद मनोज ने जेल से ही कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखी और शनिवार को आए यूपी बोर्ड के नतीजों के अनुसार, मनोज ने कक्षा 10वीं में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया.


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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की तरफ से इस शनिवार को कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षा के परिणाम जारी किए गए थे. जारी किए गए रिजल्ट के अनुसार, बंदी मनोज यादव ने कक्षा 10वीं की परीक्षा में 64 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुए फर्स्ट डिवीजन के साथ परीक्षा पास की है.


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जेल अधीक्षक ने बताया ने कि बंदी मनोज यादव कोतवाली कलान क्षेत्र का रहने वाला है. उसने 28 जनवरी 2015 को एक पांच साल के मासूम अनमोल की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके आरोप में उसे शाहजहांपुर की अदालत द्वारा 24 नवंबर 2021 को फांसी की सजा सुनाई गई थी. उन्होंने आगे बताया कि सजा सुनाए जाने के पहले ही मनोज ने कक्षा 10वीं का फॉर्म जेल में ही भर दिया था, लेकिन फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद उसने पूरी तरह से पढ़ना-लिखना छोड़ दिया था. 


जेल अधीक्षक बी.डी. पांडेय ने कहा कि जेल के बहुत से अधिकारियों ने उसे मन लगाकर पढाई करने के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद उसने दोबारा अपनी पढाई शुरू कर दी. मनोज कक्षा 10वीं के प्रत्येक विषय की परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, जिसके परिणामस्वरूप मनोज ने  64 प्रतिशत अंक लाकर प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास कर ली. पांडेय ने बताया कि मनोज को पढ़ाई के लिए पुस्तकें उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई थी. साथ ही वे समय-समय पर उससे मिलने भी जाया करते थे और पढ़ाई से संबंधित जानकारी भी प्राप्त किया करते थे.