IAS Officer: भारत की सिविल सेवा का सबसे प्रतिष्ठित पद आईएएस है. इस पद की गरिमा और पॉवर के आधार पर ही इसके लिए चयन की परीक्षा भी तय की गई है, ताकि इस पद पर केवल योग्य कैंडिडेट ही पहुंच सके. इस पद पर हर युवा काबिज होना चाहता है, लेकिन IAS ऑफिसर बनने के लिए बहुत मेहनत और लगन की जरूरत होती है.


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देश में सभी विभाग के प्रशासनिक मुखिया और सचिव ज्यादातर वरिष्ट आईएएस ही होते है. वहीं, कैबिनेट सचिव, भारत सरकार का सचिव, किसी राज्य का सचिव या किसी भी केंद्रीय मंत्रालय का सचिव आईएएस ही होते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनने की पूरी प्रक्रिया..


IAS ऑफिसर बनने का प्रोसीजर
यूपीएससी हर साल सिविल सर्विस एग्जाम कंडक्ट करता है. ग्रेजुएशन के बाद एस्पिरेंट को यूपीएससी सिविल सर्विस का फॉर्म भरना पड़ता है. इस  परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फरवरी में शुरू होता है, जिसके लिए आप यूपीएससी ऑफिशियल पोर्टल upsc.gov.in के जरिए आवेदन कर सकते है


पहला पार्ट 
इस एग्जाम को यूपीएससी प्रीलिम्स कहा जाता है, जिसमें मल्टीपल चॉइस के क्वेश्चन आते हैं. यूपीएससी प्रीलिम्स में सामान्य अध्ययन (General Studies) और सीसैट (CSAT) से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है, प्रत्येक पेपर के लिए 200 अंक निर्धारित होते हैं. इस राउंड को क्वालिफाई करना पड़ता है. इसके नंबर मेरिट में नहीं जुड़ते हैं. 


दूसरा पार्ट
इस एग्जाम को यूपीएससी मेंस कहते हैं. यह एग्जाम सिर्फ वही कैंडिडेट दे सकते हैं, जिनका प्रीलिम्स क्लियर हो गया हो. पूरे 9 सब्जेक्ट्स को मिलाकर के यह पेपर तैयार किया जाता है, जिनमें से दो ऑप्शनल होते हैं. यह पेपर टोटल 1750 मार्क्स का होता है. 48 ऑप्शनल सब्जेक्ट की लिस्ट में से एक सब्जेक्ट सिलेक्ट करना होता है. 


तीसरा पार्ट
यूपीएससी सीएसई क्लियर करनेका फाइनल राउंड है इंटरव्यू. इसके लिए आपको आपकी पर्सनैलिटी अच्छी करनी होगी अपनी कम्युनिकेशन स्किल बढ़ानी होगी. 


LBSNAA ट्रेनिंग कैंप
जो कैंडिडेट तीनों राउंड क्लियर कर लेते हैं, उन्हें एक प्रभावशाली ऑफिसर बनाने के लिए आयोग द्वारा लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है. देश सेवा के लिए यहां आपको आपकी योग्यता के मुताबिक फील्ड स्तर पर भी ट्रेनिंग दी जाती है.