Vasant Valley School: आज हम आपको दिल्ली के सबसे बेस्ट प्राइवेट स्कूल के बारे में बताएंगे, जिसे भारत के सबसे सम्मानित स्कूलों के सर्वेक्षण 2011 में चौथे स्थान पर रखा गया था. दरअसल, हम बात कर रहे हैं, देश की राजधानी नई दिल्ली में स्थित वसंत वैली स्कूल की, जिसकी स्थापना साल 1990 में हुई थी. यह स्कूल सीबीएसई (CBSE) से एफिलिएटिड है. इसके अलावा बता दें कि स्कूल के 8 एकड़ परिसर में आधुनिक बुनियादी ढांचा और पूरी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं हैं. बता दें कि यह वही स्कूल है जहां बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव एडमिशन लेना चाहते थे, लेकिन वह यहां एडमिशन नहीं ले पाए थे.


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दरअसल, आज के समय में तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्होंने कक्षा 10वीं भी पास नहीं की है. उन्होंने अपने क्रिकेट के जुनून के चलते कक्षा 10वीं की पढ़ाई छोड़ दी थी. उन्होंने अपनी कक्षा 9वीं तक की पढ़ाई दिल्ली के आरकेपुरम में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से की है. इसके बाद कक्षा 10वीं में एडमिशन के लिए वह वसंत वैली स्कूल में गए, लेकिन वहां की उच्च स्तर शिक्षा के कारण उनका एडमिशन यहां नहीं हो पाया. 


वसंत वैली स्कूल प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 12वीं तक है. यहां छात्रों के बौद्धिक और भावनात्मक विकास पर जोर देने के साथ-साथ पूरे साल कई तरह की एक्टिविटी का आयोजन किया जाता है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित अखिल भारतीय वरिष्ठ विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा (AISSCE) के लिए 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र तैयारी करते हैं. स्कूल ऐच्छिक स्तर पर छात्रों को 18 अलग-अलग सब्जेक्ट्स के ऑप्शन प्रदान करता है. प्रत्येक छात्र को अंग्रेजी के साथ 4 ऑप्शनल सब्जेक्ट लेने होते हैं.


वसंत वैली स्कूल स्पोर्ट्स, डिबेट और क्विज जैसी एक्टिविटी की पेशकश करता रहता है और छात्रों को इनमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित भी करता ह. इसके अलावा पूरे देश में प्रतिष्ठित डिबेट में भाग लेने वाले यहां छात्रों का भी एक अच्छा इतिहास है. इन सबके अलावा बता दें कि भारत की दिग्गज IT कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजी (HCL Technology) की चेयरपर्सन रोशनी नादर भी इसी स्कूल से पढ़ी हुई हैं. उन्हें साल 2019 में विश्व की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं में भी शामिल किया गया था.


इस स्कूल में कक्षा 10वीं व 12वीं में मेरिट हासिल करने वाले छात्रों को योग्यता पुरस्कार दिया जाता है. इसके अलावा स्कूल की ओर से मेरिट अवॉर्ड में उन छात्रों को रखा जाता है, जिन्हें देश भर के टॉप 0.1% छात्रों की सूची में रखा गया हो.