नई दिल्ली: भोजपुरी फिल्म जगत के सुपरस्टार खेसारीलाल यादव आज अपना 33वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. उनका जन्म बिहार के सिवान जिले में साल 1986 में हुआ था. खेसारीलाल एक ऐसे भोजपुरी अभिनेता और सिंगर हैं, जो दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं. लोग उन्हें उनकी शानदार अभिनय और उनकी संगीत के लिए पसंद करते हैं. खेसारीलाल ने अपनी इस पहचान को बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है. उन्होंने गरीबी देखी है और ऐसी गरीबी कि उन्हें दिल्ली की सड़कों पर 'लिटी-चौखा' तक बेचनी पड़ी. खेसारीलाल यादव वह शख्स हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी में कई सारी परेशानियों से जूझते हुए वह मुकाम हासिल किया, जो सबके किस्मत में नहीं होती. 


(फोटो साभारः फेसबुक, खेसारीलाल यादव)

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खेसारीलाल यादव के जीवन में एक पल ऐसा भी आया था, जब उन्हें अपने पिता के साथ मिलकर दिल्ली के ओखला क्षेत्र में सड़क के किनारे 'लिट्टी-चौखा' तक बेचनी पड़ी थी. एक साल से ज्यादा समय तक दिल्ली में जहां वह 'लिट्टी-चौखा' बेचते थे, उस जगह को कभी नहीं भूल पाते और यही वजह है कि वह जब भी दिल्ली आते हैं, तो उस जगह जाकर उस मिट्टी को प्रणाम करते हैं. खेसारीलाल की मानें तो आज वह जो कुछ भी हैं, उसका पूरा श्रय दर्शकों को जाता है, जिन्होंने खेसारीलाल को अपनाया. खेसारीलाल दर्शकों को अपना भगवान मानते हैं.


(फोटो साभारः फेसबुक, खेसारीलाल यादव)

गौरतलब है कि इन दिनों खेसारीलाल यादव अपनी आगामी फिल्म 'कुली नंबर 1' को लेकर काफी व्यस्त चल रहे हैं. इस फिल्म में उनके साथ भोजपुरी की मशहूर अदाकारा काजल राघवानी नजर आने वाली हैं. हाल ही में खेसारीलाल यादव ने भी महिलाओं की सम्‍मान करने की बात कही थी और कहा था कि हमारी फिल्‍म 'कुली नंबर 1' महिलाओं के लिए खास है, क्‍योंकि फिल्‍म पूरी तरह से सामाजिक और पारिवारिक है. इसलिए भोजपुरी के तमाम दर्शकों से, खासकर महिलाओं से अपील है कि जब भी मेरी फिल्‍म 'कुली नंबर 1' रिलीज हो, वे देखने सिनेमाघरों में जरूर जाएं. आपके आशीर्वाद और मातृत्‍व भाव से खेसारीलाल यादव बना है. इसलिए मैं देश की सभी महिलाओं का सम्‍मान करते हुए उन्‍हें बधाई भी देता हूं.


भोजपुरी फिल्मों की और खबर पढ़ें