24 साल की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने खरीदा अक्षय कुमार का घर, आलिया भट्ट से है खास कनेक्शन
Chandni Bhabhda buys Akshay Kumars house: आलिया भट्ट की नकल के लिए मशहूर मिमिक्री आर्टिस्ट चांदनी भाभड़ा ने मुंबई में अक्षय कुमार का शानदार फ्लैट खरीदा है. चांदनी की उम्र महज 24 साल है और इतनी कम उम्र में अपना घर खरीदना उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
Chandni Bhabhda buys Akshay Kumars house: आज के समय में घर का मालिक होना एक बड़ी बात मानी जाती है. एक तरह से यह एक उपलब्धि है, जिसे ज्यादातर लोग एक दिन हासिल करने का सपना देखते हैं. हाल ही में 21 साल की एक्ट्रेस अनुष्का सेन ने मुंबई में अपना एक आलीशान घर खरीदा था और अब एक फेमस सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर चांदनी भाभड़ा ने भी अपना घर खरीद लिया. चांदनी भाभड़ा की उम्र महज 24 साल है.
हम जिस चांदनी भाभड़ा (Chandni Bhabhda) के बारे में बात कर रहे हैं, वह इंस्टाग्राम पर अपने मिमिक्री वीडियो के लिए लोकप्रिय है. उन्होंने वह घर खरीदा, जो पहले अक्षय कुमार (Akshay Kumar) का था. चांदनी भाभड़ा का आलिया भट्ट से भी खास कनेक्शन है, क्योंकि उन्होंने आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की मिमिक्री के वीडियो से ही प्रसिद्धि हासिल की है. चांदनी का पहला वीडियो तब वायरल हुआ था, जब उन्होंने आलिया भट्ट की आवाज में पिज्जा ऑर्डर किया था. उनका इंप्रेशन इतना ऑन-पॉइंट था कि ऑर्डर लेने वाला व्यक्ति कॉल के दौरान काफी घबरा गया था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.
चांदनी ने शेयर की गृह प्रवेश की तस्वीरें
चांदनी भाभड़ा अक्सर अपने वीडियोज में आलिया भट्ट की नकल करती देखी जाती हैं. चांदनी ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर मुंबई में लिए अपने इस नए घर की कुछ तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर कीं. इन तस्वीरों में आप चांदनी को पिंक कलर की खूबसूरत साड़ी पहने और उसके ऊपर लाल चुनरी लिए गृह प्रवेश की रस्में करते देख सकते हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ''घर (दिल का इमोजी) 25 साल से कम उम्र में घर खरीदना. बीआरबी ईएमआई का भुगतान कर रहा है." कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, चांदनी ने जो घर खरीदा है, वह पहले अक्षय कुमार का था. यह घर मुंबई के अंधेरी में स्थित है.
स्कूली दिनों में शुरू कर दी थी मिमिक्री
चांदनी भाभड़ा को मिमिक्री का विचार कैसे आया? इस पर बात करते हुए चांदनी ने इंडिया टुडे को बताया था, ''मिमिक्री स्वाभाविक रूप से मेरे साथ होती है, इसलिए यह एक अवचेतन प्रक्रिया है. शुरुआत में मिमिक्री की काफी आलोचना की गई, क्योंकि इसे बुरा माना जाता था, क्योंकि इसमें ज्यादातर लोगों का मजाक उड़ाया जाता था. इसके लिए मुझे स्कूल में बहुत परेशान किया जाता था. मैं डिप्रेशन में चली गई थी. मैंने एक टीचर की नकल की थी और इसे बहुत बड़ा मुद्दा बना दिया गया था. लेकिन मुझे लगता है कि मुझे खुद पर भरोसा था, इसलिए इससे मुझे काफी मदद मिली.''